ब्यूरो चीफ,
रांची : झारखंड सरकार एक महीने के भीतर घाटकुरी रिजर्व फारेस्ट के लौह अय़स्क खदानों की निलामी करेगी. घाटकुरी से लेकर करमपदा तक के आठ जोन में फैले इन खदानों की बोली एमएसटीसी कोलकाता के माध्यम से लगवायी जायेगी. केंद्रीय खान मंत्रालय से अनुमति मिलने के बाद नये माइंस, मिनरल्स डेवलपमेंट रूल्स के तहत खदानों का ऑक्शन किया जायेगा. खान सचिव अबू बकर सिद्दीकी ने BNN संवाददाता, को बताया कि फिलहाल स्टोन चिप्स के खदानों की ऑक्शन प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
एमएसटीसी के वेबसाइट में रांची, लोहरदगा, खूंटी, पलामू, सरायकेला, पाकुड़ और अन्य जगहों के स्टोन चिप्स खदानों की बोली लगानेवाले डीलरों को नियमों के तहत माइनिंग करने की अनुमति भी सरकार प्रदान कर रही है. उन्होंने बताया कि भूतात्विक सर्वेक्षण का काम सरकार ने पूरा करा लिया है. इसमें बॉक्साइट के 25, लौह अयस्क के 8, ग्रेफाइट और लाइम स्टोन के 10-10 क्षेत्र शामिल हैं.
राज्य में 15 लौह अयस्क खदान ही हैं वर्तमान में कार्यरत
राज्य भर में फिलहाल 15 लौह अयस्क खदान ही कार्यरत हैं. इन वर्किंग खदानों में बालीजोर, परमबालजोड़ी, अजिताबुरू, बंधबुरू, घाटकुरी रिजर्व फारेस्ट, मेरालगढ़ा, बाराबालजोरी, नोवामुंडी, गुवा, चिरिया, किरिबुरू, करमपदा, बराईबुरू क्षेत्र शामिल हैं. 38 कंपनियों को आवंटित किये गये खदान फिलहाल नन वर्किंग हैं. सरकार इन नन वर्किंग खदानों को कैंसल, कर उन्हें दुबारा शुरू करने पर भी विचार कर रही है. इन नन वर्किंग खदानों में भारतीय इस्पात प्राधिकरण, रूंगटा संस, ओड़िशा मैंगनीज एंड मिनरल्स, आर्सेलर मित्तल, जेएसएमडीसी, एस्सार स्टील, एनकेपीके और अन्य शामिल हैं.