नक्सलियों के खिलाफ अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता मिली. इनामी भाकपा माओवादी जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक उर्फ राज प्रमाणिक ने शुक्रवार को झारखंड पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया. इस पर 10 लाख रुपये का इनाम था. इनामी नक्सली महाराज दो दर्जन से अधिक नक्सली घटनाओं में शामिल रह चुका है. महाराज प्रमाणिक के सरेंडर करने को लेकर पुलिस बड़ी उपलब्धि मान रही है. NIA को भी इसकी काफी समय से तलाश थी.
इनामी जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक दर्जनों नक्सली घटना में शामिल रहा है. रांची के अलावा पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और खूंटी में इसके दस्ते ने दर्जनों नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया है. इसके तहत वर्ष 2021 में लांजी में पुलिसकर्मियों को टारगेट करते हुए IED धमाका किया था. इस धमाके में तीन पुलिसकर्मी शहीद हुए थे.
आईजी अभियान एवी होमकर, आईजी रांची पंकज कंबोज और डीआईजी एसटीएफ अनूप बिरथरे के 10 लाख का इनामी जोनल कमांडर महाराज प्रामाणिक ने आधिकारिक रूप से सरेंडर किया. सरेंडर करने के दौरान उसने अपने साथ लाये AK-47 भी पुलिस को दिया. पुलिस भी नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने की अपील को इस कड़ी के रूप में देख रही है.
महाराज प्रमाणिक ने कहा कि अब नक्सली संगठन सिद्धांतविहिन हो गये हैं. अब एकमात्र उद्देश्य लेवी वसूलना है. इसके कारण ही अब उनका नक्सली संगठन उसका मोहभंग हुआ और सरेंडर करने को सोचा. उन्होंने अन्य नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने की अपील की है.