Giridih: गिरिडीह के तीसरी थाना इलाके के सालडीहा गांव में मॉब लिंचिंग की घटना सामने आई है. उन्मादी लोगों ने एक युवक की हत्या कर दी जिसमें ग्राम प्रधान भी शामिल था। घटना सोहराई त्योहार यानी 11 जनवरी के बताई जा रही है जब नाच गान की शोर में युवक को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान 35 वर्षीय जय मुर्मू के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और कार्रवाई करने की बात कह रही है।
मृतक की पत्नी शीला मरांडी ने बताया कि कुछ दिनों से उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं थी। जिसकी वजह से ग्राम प्रधान संजू और मुर्मू ने उसके परिवार के बहिष्कार की घोषणा कर दी थी। गांव के अन्य परिवारों ने इसके लिए ग्राम प्रधान पर दबाव बनाया था। शीला मरांडी का पूरा परिवार गांव से कटा हुआ था। इस बात को लेकर पहले से तनाव की स्थिति चल रही थी।
11 जनवरी को सोहराय की रात गांव के कुछ लोग जय मुर्मू को घसीटते हुए ग्राम प्रधान के घर ले गए। वहां उसे बंधक बनाया गया और जमकर पिटाई की गई। इसी दौरान जय मुर्मू को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। शीला मरांडी इतनी दहशत में है कि वह आरोपियों का नाम भी नहीं बता रही है। जय मुर्मू को अधमरा करके उसे घर के सामने फेंक दिया गया और घर में ही इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मौत के बाद ग्राम प्रधान और अन्य ग्रामीण शव को ठिकाने लगाने की फिराक में थे। इसकी जानकारी पूर्व विधायक राजकुमार यादव को लग गई और और विधायक ने मामले का खुलासा कर दिया। उन्होंने ही तीसरी थाना पुलिस को इसकी जानकारी दी। पूर्व विधायक ने कहा है कि यह मॉब लिंचिंग की शर्मनाक घटना है। झारखंड में मॉब लिंचिंग के कड़े कानून की कोई कदर नहीं हो रही है। इस मामले में सभी आरोपियों को अविलंब गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की मांग पर विधायक ने की है