कर्नाटक में महिंद्रा के शोरूम में एक किसान को बेइज्जत करने के मामले को आनंद महिंद्रा ने खुद संज्ञान में लिया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘@MahindraRise का मुख्य उद्देश्य हमारे समुदायों और सभी हितधारकों को ऊपर उठने में सक्षम बनाना है. और एक प्रमुख उद्देश्य यह है कि व्यक्ति की गरिमा को बनाए रखा जाए. ऐसी किसी भी तरह की गड़बड़ी को बड़ी तत्परता से सुलझाया जाएगा. . महिंद्रा एंड महिंद्रा के सीईओ विजय नाकरा के ट्वीट को रीट्वीट किया कि हम घटना की जांच कर रहे हैं और फ्रंटलाइन के कर्मचारियों के परामर्श और प्रशिक्षण सहित किसी भी उल्लंघन के मामले में उचित कार्रवाई करेंगे.
मामला कर्नाटक के तुमकुरु में महिंद्रा के एक शोरूम का है. जहाँ किसानों का एक समूह नया पिकअप ट्रक खरीदने के लिए गया था. वहां मौजूद सेल्समैन ने किसानों के कपड़े और उनका हुलिया देख उनपर ताना मारा. सेल्समैन ने किसान से पूछा जेब में 10 रुपये भी हैं? कर्मचारियों में से एक ने कहा कि अगर वे 30 मिनट में 10 लाख रुपये लेकर आए तो वे उनकी मनचाही उन तक पहुंचा देंगे . तब गौड़ा आधे घंटे में 10 लाख रुपये लेकर वापस आ गए. पर कार कैम्पे गौड़ा को डिलीवर नहीं की जा सकी. कर्मचारी कथित तौर पर अपनी बात रखने में असमर्थ था क्योंकि कार के लिए वेटिंग लिस्ट लंबी थी.
केम्पे गौड़ा ने कहा कि वे मामले को निष्पक्ष तरीके से सुलझाने के लिए पुलिस के पास जाने पर विचार करेंगे. अगर हमारी तरफ से कोई गलती हुई है तो हम माफी मांगेंगे. उन्होंने शोरूम के कर्मचारियों से कहा कि आपको वादा करना चाहिए कि आप कभी भी किसानों के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं करेंगे.