मणिपुर में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए 16 विधायकों में से 10 को ही भाजपा ने टिकट दिया है. चार विधायकों के टिकट काट दिए गये है. इसके साथ ही भाजपा ने अपने सभी उम्मीदवारों का भी ऐलान कर दिया है. बता दे कि भाजपा मणिपुर में सभी 60 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. पार्टी ने अपने सभी उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है. एक तरफ़ जहां टिकट पाने वाले ख़ुशी का इज़हार कर रहे हैं, वहीं मायूस हुए लोग जमकर विरोध जता रहे हैं . इसी के साथ इस्तीफों का दौर भी शुरू हो गया है. कई स्थानों पर भाजपा समर्थकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के पुतले भी जलाए और नारेबाजी की.
राज्य के विभिन्न हिस्सों में पार्टी कार्यालयों में तोड़फोड़ की गई और प्रदर्शनकारी कई इलाकों में तख्तियों के साथ जमा हो गए. इंफाल में भाजपा मुख्यालय के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
पिछले बार के 21 उम्मीदवार जो जीत के आए थे उनमें से 19 को इस बार टीकट दिया गया है. 23 प्रतिशत ऐसे उम्मीदवार हैं जो पिछले 5 सालों में दूसरी पार्टियों से आए हैं. कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए 16 विधायकों में से 10 को बीजेपी का टिकट मिला है. गोविंद दास खोनतोम जाम जो कांग्रेस चीफ थे मनीपुर में उनको भी टिकट मिला है.
मणिपुर भाजपा ने केवल तीन महिलाओं और एक मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतारा है. भाजपा में शामिल हुए मणिपुर कांग्रेस के पूर्व प्रमुख गोविंददास कोंथौजम को भी चुनाव लड़ने के लिए पार्टी का टिकट मिला है.
तीन महिलाएं जिन्हें टिकट मिला है, वो कांगपोकपी की नेमचा किपगेन, चंदेल की एसएस ओलिश और नौरियापखंगलकपा की सोराइसम केबी देवी हैं. भाजपा ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के तीन पूर्व अधिकारियों को भी मैदान में उतारा है- नुंगबा से डिंगंगलुंग गंगमेई, काकचिंग से येंगखोम सुरचंद्र सिंह और उरीपोक से रघुमणि सिंह.