कामिनी
मुख्य बिंदु:
- रांची सहित देहरादून, राजस्थान, इलाहाबाद, कर्नाटक तक है अफसरों की प्रोप्रर्टी
- 32 आइएफएस अफसरों ने नहीं दिया है संपत्ति का ब्योरा
- झारखंड कैडर में 141 आइएफएस अफसर हैं पदस्थापित
- झारखंड कैडर के आइएफएस(भारतीय वन सेवा) अफसरों के संपत्ति का साम्राज्य देश के हर कोने तक फैला हुआ है
- हालांकि अब तक 32 आइएफएस अफसरों ने संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है।
झारखंड 20 जून : संपत्ति का ब्योरा जनवरी 2019 तक ही उपलब्ध कराना था। लेकिन पांच माह बाद भी अफसरों ने संपत्ति का ब्योरा उपलब्ध नहीं कराया है। जिन अफसरों से संपत्ति का ब्योरा दिया है, उसके मुताबिक अफसरों ने देहरादून, राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब, बिहार, कर्नाटक, उड़ीसा सहित कई राज्यों में जमीन और फ्लैट खरीदी है। कई ने गिफ्ट में जमीन मिलने का भी उल्लेख किया है। राज्य के प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय कुमार की धन संपत्ति लखनऊ, बिहार और रांची में है।
झारखंड कैडर में हैं 141 आइएफएस
वतर्मान में झारखंड कैडर में 141 आइएफएस अफसर हैं। इसमें 32 अफसरोें ने संपत्ति का ब्योरा अब तक नहीं सौंपा है। अधिकांश आइएफएस अफसरों के पास आइएएस और आइपीएस अफसरों से भी अधिक संपत्ति है। कई अफसरों के खिलाफ विभागीय कायर्वाही भी चल रही है. इसके बावजूद संपत्ति में कोई कमी नहीं आई है।
इन अफसरों ने नहीं सौंपा है संपत्ति का ब्योरा
पीके वर्मा, एसएस बधावन, डीके तेवतिया, एसबी सिंह, वी जयराम, दिनेश कुमार, बीके प्रसाद, दिनेश कुमार शर्मा, महेंद्र प्रसाद, परितोष उपाध्याय, कीर्ति सिंह, वाईके चौहान, बी निजिलिंग्प्पा, दीपक सिंह, आरआर हेंब्रम, केपी पांडेय, पी पुग्लेंदी, एसबी गायकवाड़, अखिलेश शर्मा, एके पांडेय, प्रेरणा दीक्षित, बोधू प्रेरणा, एसके गुप्ता, नरेंद्र प्रसाद, अनुप कुमार सिन्हा, कमलाकांत त्रिपाठी, जेपीएन सिन्हा, बबन प्रसाद सिन्हा, अमरनाथ प्रसाद सिंह, विनय कुमार पाल, मनेल टूडू और अनिल कुमार मिश्रा शामिल हैं।
आइएफएस अफसरों की संपत्ति का विवरण
संजय कुमार (प्रधान मुख्य वन संरक्षक)
गौतमबुद्धा नगर(यूपी)- 7200 वगर्फीट
बोड़ेया (रांची)-6500 वगर्फीट
कंकड़बाग पटना (फ्लैट)- 1015 वगर्फीट
बरियातू (रांची)- 4241 वगर्फीट
सासाराम (बिहार) भवन- 4200 वगर्फीट
गौतमबुद्धानगर (यूपी)- 1792 वगर्फीट
यूनिवसिर्टी कॉलोनी(रांची)- 4320 वगर्फीट
सुकुरहुटू (रांची)- 7820 वगर्फीट
एलआर सिंह (प्रधान मुख्य वन संरक्षक, जैव विविधता बोर्ड)
बनारस- 1922 वगर्फीट
अशोकनगर(रांची)- 8400 वगर्फीट
लखनऊ- 1483 वगर्फीट
सुकरहुटू(रांची)- 7820 वगर्फीट
पीसी मिश्रा(28 फरवरी 2019 को रिटायर हो गये)
कुसई कॉलोनी- जमीन और भवन- 5040 वगर्फीट
कांके रांची- 7820 वगर्फीट
उड़ीसा- 183824 वगर्फीट
खुर्दा- 15464 वगर्फीट
एके पांडेय
डालटनगंज- 6534 वगर्फीट
मोरहाबादी(रांची)- 3060 वगर्फीट
हातमा(रांची)- 1233 वगर्फीट
कांके(रांची)- 9493 वगर्फीट
पीके गुप्ता
चंपारण(बिहार)- 12010 वगर्फीट
बगहा- 1635 वगर्फीट
अशोकनग(भवन-जमीन)- 8540 वगर्फीट
चंपारण- 16170 वगर्फीट
एचएस गुप्ता
इलाहाबाद- 1200 वगर्फीट
बनारस- 200 वगर्फीट
सुकुरहुटू- 4000 वगर्फीट
हेहल- 1040 वगर्फीट
एएस रावत
देहरादून- 3444.451 वगर्फीट
देहरादून(फ्लैट)- 1499 वगर्फीट
सर्वेश सिंघल
लखीमपुर(यूपी)- 4500 वगर्फीट
लखनऊ- 2700 वगर्फीट
देहरादून- 4500 वगर्फीट
मनोज सिंह
लखनऊ- 3200 वगर्फीट
लखनऊ- 1382 वगर्फीट
सुकुरहुटू- 7820 वगर्फीट