उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन प्रबंधन द्वारा राज्य में बिजली के बड़े बकायेदारों के खिलाफ अभियान जारी कर दिया है. पहले दिन लखनऊ में ही एक दिन में एक लाख से अधिक के बिजली बिल के बकायेदार करीब 800 उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे गए. सभी विद्युत वितरण कंपनियों ने बड़े बकायेदारों की सूची तैयार कर अभियंताओं के हवाले कर दी है. विभाग ने बकाया बिजली बिल वाले उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटने के सख्त आदेश दिए है.
सरकार ने कई बार विभिन्न योजनाओ के माध्यम से बिल वसूली के कई प्रयास भी किये थे. 20 अक्तूबर 2021 से 100 फीसदी ब्याजमाफी के साथ शुरू हुई थी. जब ओटीएस लाया गया 2.14 करोड़ उपभोक्ताओं पर 27800 करोड़ रुपये बकाया था. चार महीने के अभियान में महज करीब 2500 करोड़ रुपये ही जमा हो सके. चुनावी सरगर्मी बढ़ने पर राजस्व वसूली आधे पर आ गई थी.
बता दें कि राज्य में चुनावी माहौल के कारण से उच्च स्तर से मौखिक आदेश के बाद बकायेदारों के कनेक्शन काटने पर रोक लगा दी गई थी. ऊर्जा मंत्री ने कहा था कि कनेक्शन काटना समस्या का समाधान नहीं हैं. बकायेदारों को बकाया राशी की जानकारी दे बकाया बिल जमा करने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया गया था.