भारत सरकार ने यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास को अस्थायी रूप से यूक्रेन के पड़ोसी देश पोलैंड शिफ्ट कर दिया है. भारत सरकार के विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि ऐसा युक्रेन में ‘बिगड़ती सुरक्षा स्थिति’ और पश्चिमी हिस्सों में हमलों को देखते हुए किया गया है. रविवार को विदेश मंत्रालय की तरफ से यह जानकारी दी गयी कि यूक्रेन संकट को लेकर पीएम मोदी ने एक उच्च स्तरीय बैठक की थी. बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने हिस्सा लिया.जिसके बाद युक्रेन की स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
रूस युक्रेन के बीच युद्ध जारी है. कोई भी पक्ष पीछे हटता नही दिख रहा. हालाँकि दोनों के बीच वार्ता भी हुए है, जो असफल रहे. इधर अमेरिका साहित अन्य पश्चिमी देश रूस के विरोध में है. अमेरिका बोल चूका है की रूस आगे बढ़ा तो वह माकूल जवाब देगा.
बता दें कि भारत सरकार ऑपरेशन गंगा के तहत करीब 18000 भारतीयों को स्वदेश लाने का काम पहले ही कर चुकी है. पीएम मोदी ने दो युद्धरत राष्ट्रों के नेताओं- रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके यूक्रेनी समकक्ष जेलेंस्की के साथ भी बातचीत की है. मोदी ने दोनों नेताओ से रक्तपात और विनाश को समाप्त करने के लिए वार्ता और कूटनीति की वापसी की अपील की है.