इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में सिब्बल ने कहा कि वह विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार से हैरान नहीं हैं. उन्होंने कहा, “सीडब्ल्यूसी के बाहर भी एक कांग्रेस है… कृपया उनके विचारों को सुनें, यदि आप चाहें तो… हमारे जैसे बहुत से नेता जो सीडब्ल्यूसी में नहीं हैं, लेकिन कांग्रेस में एक पूरी तरह से अलग दृष्टिकोण है. क्या इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हम सीडब्ल्यूसी में नहीं हैं? देश भर में बहुत सारे कांग्रेसी हैं, केरल से, असम से, जम्मू-कश्मीर से, महाराष्ट्र से, उत्तर प्रदेश से, गुजरात से, जो उस दृष्टिकोण को नहीं रखते हैं.”कपिल सिब्बल ने कहा कि गांधी परिवार को पार्टी के नेतृत्व से अलग हो जाना चाहिए. यह सही समय है जब गांधी परिवार से कांग्रेस की लीडरशिप से हट जाना चाहिए. किसी अन्य व्यक्ति को नेतृत्व की भूमिका निभाने का मौका देना चाहिए.