भारत दौरे पर आये चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने दक्षिण एशिया में भारत को मिलकर काम करने का प्रस्ताव दिया है. उन्होंने कहा है कि इसमें दोनों पक्ष का भला है. अगर चीन और भारत एक साथ बोलेंगे तो पूरी दुनिया सुनेगी. दुनिया चीन और भारत के बीच सहयोग पर ध्यान देगी. वांग यी ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से बातचीत के दौरान कहा है कि चीन भारत के विकास और पुनरोद्धार का स्वागत करता है और अंतर्राष्ट्रीय मामलों में अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में भारत का समर्थन करता है. चीन तथाकथित ‘एकध्रुवीय एशिया’ का अनुसरण नहीं करता है और इस क्षेत्र में भारत की पारंपरिक भूमिका का सम्मान करता है.
सीमा पर मतभेदों को लेकर वांग यी ने कहा है कि चीन और भारत एक-दूसरे के लिए खतरा नहीं हैं, दोनों एक-दूसरे को अवसर प्रदान करते हैं. दोनों पक्षों को संचार और समन्वय को मजबूत करना चाहिए और एक-दूसरे का समर्थन करना चाहिए. उन्होंने कहा है कि बहुपक्षवाद को बनाए रखने के लिए और अधिक सकारात्मक संकेत जारी करना चाहिए और वैश्विक शासन में सुधार के लिए अधिक सकारात्मक ऊर्जा का इंजेक्शन लगाना चाहिए.