नौकरशाह, सफेदपोश और कई पत्रकारों की बढ़ सकती है परेशानी, कुंडली खंगाल रही जाँच एजेसियां
10 लाख के इनामी नक्सली और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक ने पूछताछ में जाँच एजेंसियों को पहले ही कई अहम जानकारियां दे चुका है. हार्डकोर नक्सली जहानाबाद जिले के सेवानन सलेमपुर निवासी राधेश्याम यादव उर्फ विमल यादव, लोहरदगा जिले का बुलबुल गाँव निवासी सूरजनाथ खेरवार उर्फ गड्डू एवं लोहरदगा के ही इचावटंड गाँव निवासी बिशुन दयाल नागेशिया ने एजेंसी को कई अहम जानकारियां दी हैं. नक्सलियों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर केंद्रीय जाँच एजेंसियों ने जांच शुरू कर दिया है. नक्सलियों ने 117 ऐसे लोगों की जानकारी दी है, उनके नाम बताए है, जो उसके संपर्क में थे. जिनसे सहयोग मिलता था. इन 177 लोगों में सफेदपोश, नौकरशाह और कई पत्रकार के नाम शामिल है. इन लोगों की परेशानी अब बढ़ सकती है.
ईडी अब जाँच शुरू करते हुए 117 लोगों की कुंडली खंगाल रहा है. नक्सलियों ने जिन लोगों के नामों की सूची जाँच एजेंसियों को सौपी है, वे सभी ईडी के रडार पर हैं. उनके ईडी की टीम कभी भी पूछताछ कर सकती है. कयास लगाया जा रहा है कि नक्सलियों को सहयोग करने वाले कई लोगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है.
सरेंडर के बाद महाराज प्रमाणिक सहित आधा दर्जन नक्सलियों द्वारा जाँच एजेंसियों को जो जानकारी दी गई है, उसके बाद जाँच एजेंसियां रेस हो गई है. झारखण्ड पुलिस विभिन्न क्षेत्र में सर्च अभियान तेज कर दिया है. नक्सलियों से मिले इनपुट के बाद झारखण्ड पुलिस, ईडी सहित अन्य जाँच एजेसियां टेरर फंडिंग, नक्सल गतिविधियों के विरुद्ध चल रहे अभियान को सहयोग मिलने की उम्मीद है.