प्रचलित नाम- लक्ष्मणा, जिन्सेंग
प्रयोज्य अंग- मूल एवं पंचांग ।
स्वरूप-लघु उपक्षुप, पत्र भिन्न वर्णी ।
स्वाद- तिक्त ।
रासायनिक संगठन-इस वनस्पति में पिमारा 8, ओइक अम्ल, नेनॉन, पेट्रोसेलीनीक अम्ल, एरेलोसाइड ए एवं बी, स्टीग्मान्स्टीरॉल एवं बीटा सिटोस्टीरॉल पाये जाते हैं।
गुण- तिक्त एवं सुगंधित, कफ निःसारक।
उपयोग- यह वनस्पति शोथहर प्रक्रिया दर्शाती है, इसके मूल को अत्यंत प्रभावशाली औषधि मानते हैं। इसके पत्रों पर मानवाकृति सदृश्य चिह्न होते हैं। यह रोग निवारक एवं जराव्याधि नाशक है, यह औषधि चीन की जिनसेन्ग औषधि के समकक्ष है एवं पुत्र देने वाली बताया गया है।
Aralia nudicaulis Linn. ARALIACEAE
ENGLISH NAME:- Ginseng
PARTS-USED:- Roots, Whole plant.
HABIT:- A Small undershrub with variegated leaves.
TASTE:-Bitter.
CHEMICAL CONSTITUENTS-Plant Contains: Pimara-8 Oic acid Nonane, Petroselinic acid, Araloside A&B, Stigma-sterol and Beta sitosterol.
ACTIONS: Bitter and Aromatic, Expectorant. USED IN:-It exhibit-anti-inflammatory activities, Root of this plant is very effective medicine, The leaves Which are having human like impression on lamina is equal to Ginseng of china which is Cansidered to give a son.