आईएएस कैसे बने ? इसके लिए क्या स्किल्स हैं ? सबसे ज्यादा आईएएस किस राज्य से हैं, जानिए सबकुछ
Indian Administrative Service (IAS) भारतीय सिविल सेवा की एक शाखा है। यह भारत सरकार की मुख्य सेवाओं में से एक है। आईएएस बनने के लिए यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सर्विस परीक्षा (CSE) देना पड़ा है और इसके लिए किसी भी आवेदक का ग्रेजुएट होना जरूरी है. किसी भी सब्जेक्ट या स्ट्रीम से ग्रेजुएट स्टूडेंट इस एग्जाम के लिए अप्लाई कर सकता है. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा को भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है और इसकी तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है.
आईएएस अफसर कौन होता है?
मुख्य तौर पर सिविल सेवा परीक्षा में टॉप रैंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों को IAS बनाया जाया है। एक IAS अफसर संसद में बनने वाले कानून को अपने इलाकों में लागू करवाते है। साथ ही नई नीतियां या कानून बनाने में भी अहम भूमिका निभाते है। IAS अफसर कैबिनेट सेक्रेटरी, अंडर सेक्रेटरी आदि भी बन सकते हैं।
IAS अधिकारी के वेतन की बात करें तो ये विभिन संरचनाओं के आधार पर होता है। जैसे कि जूनियर स्केल , सीनियर स्केल, सुपर टाइम स्केल। वेतनमानों में अलग अलग वेतन बैंड होते है। साथ ही उन्हें DA, TA भी मिलता है। इसमें कैबिनेट सेक्रेटरी, अपेक्स, सुपर टाइम स्केल के आधार पर सैलरी बढ़ती जाती है।
IAS बनने के लिए स्किल्स
- देशभक्त व्यक्ति
- अनोखी सोच
- नेतृत्व की गुणवत्ता
- जिज्ञासा
- धैर्य
- विश्लेषणात्मक क्षमता
- समय प्रबंधन
- संचार कौशल
- निर्णय लेना
- कल्पना के परे सोचो
IAS अधिकारी के प्रकार
नीचे आईएएस अफसर की जॉब प्रोफाइल्स इस प्रकार हैं:
- सब डिविजनल अफसर : सब-डिवीजन में चल रही विभिन्न विकास गतिविधियों के सब डिविजनल ऑफिसर इन चार्ज होते हैं। सब डिविजनल अफसर का काम विभिन्न विभागों के काम के साथ कोऑर्डिनेशन करना है।
- डिविजनल कमिश्नर : डिविजनल कमिश्नर जनरल एडमिनिस्ट्रेशन से जुड़ी सभी गतिविधियों का कोऑर्डिनेटर होता है जिसमें डिवीजन लेवल पर लॉ एंड आर्डर, रिवेन्यू एडमिनिस्ट्रेशन और डेवलपमेंट एडमिनिस्ट्रेशन शामिल होता है। डिविजनल कमिश्नर अपने डिवीजन में रिवेन्यू एडमिनिस्ट्रेशन का हेड होता है और जिला कलेक्टर के आदेशों के खिलाफ निवेदन सुनता है। वह अपने डिवीजन में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के सभी विंग्स के कार्यों का कोऑर्डिनेशन और सुपरविजन करता है।
- डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट / डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर : डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट डिस्ट्रिक्ट के एडमिनिस्ट्रेशन को सही ढंग से चलाने के लिए जिम्मेदार हैं। वह जिले के भीतर काम करने वाली आधिकारिक एजेंसियों से आवश्यक कोआर्डिनेशन बनाने के लिए चीफ एजेंट है। एक कलेक्टर के रूप में, वह डिस्ट्रिक्ट से रिवेन्यू कलेक्शन के लिए ज़िम्मेदार है।
- चीफ सेक्रेटरी : चीफ सेक्रेटरी इंटर -डिपार्टमेंटल कोआर्डिनेशन सुनिश्चित करता है। वह कोआर्डिनेशन कमीटीज़ के अध्यक्ष हैं जो इंटर डिपार्टमेंटल डिस्प्यूटन को हल करने के लिए स्थापित किए जाते हैं और सेक्रेटरीज़ को इंटर डिपार्टमेंटल डिफीकल्टीज़ पर सलाह भी देते हैं।
- कैबिनेट सेक्रेटरी : कैबिनेट सेक्रेटरी केंद्र सरकार के चीफ कोऑर्डिनेटर के रूप में कार्य करता है। वह राजनितिक व्यवस्था और देश की नागरिक सेवाओं के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करता है। एक कैबिनेट सेक्रेटरी की जिम्मेदारी में विभिन्न मिनिस्ट्रीज और डिपार्टमेंट्स की गतिविधियों की निगरानी और कोऑर्डिनेशन करना शामिल है।
आईएएस अफसर कैसे बनें स्टेप बाए स्टेप गाइड
आईएएस अफसर बनने का स्टेप बाय स्टेप गाइड निम्नलिखित है-
- पहले आपको 12वीं कक्षा किसी भी स्ट्रीम से पास करनी होगी।
- किसी भी कोर्स से अपनी ग्रेजुएशन पूरी करें।
- UPSC में IAS के एग्ज़ाम के लिए अप्लाई करें।
- प्रिलिमिनरी एग्ज़ाम को क्लियर करें।
- प्रिलिमिनरी क्लियर होने के बाद , मेनज़ एग्जाम भी क्लियर करें।
- प्रिलिमिनरी और मेनज़ एग्ज़ाम क्लियर करने के बाद इंटरव्यू क्लियर करें।
- आखिर में LBSNAA में IAS की ट्रेनिंग करें।
12वीं के बाद आईएएस की तैयारी कैसे करें?
सिविल सर्विस एग्ज़ाम के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपके पास कम से कम बैचलर डिग्री होनी चाहिए। इस एग्ज़ाम के लिए न्यूनतम परसेंटेज की कोई शर्त नहीं है। यानी अगर आप ग्रेजुएशन कर चुके हैं तो आप परीक्षा दे सकते हैं। वैसे इसके लिए ग्रेजुएशन कर रहे फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स भी आवेदन कर सकते हैं।
IAS बनने के लिए कोर्सेज
- BA
- BBA
- BJMC
- B Com
- BSc
- B Tech
- MA
- MBA
IAS अधिकारी बनने के लिए योग्यता
- कैंडिडेट्स के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी स्ट्रीम में बैचलर डिग्री होनी चाहिए।
- कैंडिडेट्स जो लास्ट एटेम्पट दे रहे हैं और परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं, वे प्रीलिम्स एग्ज़ाम के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
- सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के लिए उपस्थित होने के लिए बैचलर डिग्री पास करने का प्रूफ देना चाहिए।
- मेनस एग्ज़ाम के लिए आवेदन के साथ डिग्री अटैच करनी होगी।
- यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षा में शामिल होने के लिए स्टूडेंट्स की न्यूनतम उम्र (Minimum Age for Civil Services Exam) 21 वर्ष है. सामान्य वर्ग (General Category) के आवेदक अधिकतम 32 वर्ष की उम्र तक 6 बार इस परीक्षा में हिस्सा ले सकता हैं. एसटी-एससी के लिए उम्र सीमा 21 साल से 37 साल है, जबकि इस कैटेगरी के स्टूडेंट्स को एग्जाम अटेम्प्ट करने की कोई लिमिट नहीं है. ओबीसी के लिए उम्र सीमा 21 से 35 साल है और इस कैटेगरी के स्टूडेंट्स 9 बार एग्जाम दे सकते हैं. वगी फिजिकली डिसएबल कैंडिडेट्स के लिए उम्र सीमा 21 से 42 साल है. इस कैटेगरी में जनरल और ओबीसी कैंडिडेट्स 9 बार एग्जाम दे सकते हैं, जबकि एसटी-एससी के लिए कोई लिमिट नहीं है|
IAS एंट्रेंस एग्ज़ाम डेट्स 2023
प्रिलिमिनरी एग्ज़ाम 2022 की अपडेट :
नोटिफिकेशन की तारीख | 01/02/2023 |
प्रीलिम्स परीक्षा प्रारम्भ होने की तिथि | 28/05/2023 |
परीक्षा की अवधि | एक दिन |
मेंस परीक्षा तिथि | 15/09/2023 |
IAS बनने के लिए परीक्षा पैटर्न
IAS अफसर बनने के तीन चरणों को पास करना बेहद ज़रूरी है। IAS kaise bane के चरण इस प्रकार हैं:
प्रारंभिक शिक्षा
परीक्षा का नाम | प्रश्नों की संख्या | विषय शामिल (संक्षिप्त ) | मार्क्स अलॉटेड | टाइम अलॉटेड | परीक्षा की प्रकृति |
एग्ज़ाम 1: जनरल स्टडीज़ (ऑब्जेक्टिव टाइप) | 100 | हिस्ट्री , पॉलिटी , जियोग्राफी, साइंस , इकॉनमी , करंट अफेयर्स सब्जेक्ट्स से प्रश्न पूछे जाते हैं। | 200 | 2 घंटे | कट ऑफ़ के लिए स्कोर पर विचार किया जाएगा |
एग्ज़ाम-2: जनरल स्टडीज़-II (CSAT) (ऑब्जेक्टिव टाइप) | 80 | मैथ्स , लॉजिकल रीज़निंग , रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन टॉपिक्स से प्रश्न पूछे जाते हैं। | 200 | 2 घंटे | योग्यता प्रकृति उम्मीदवार को CSAT पास करने के लिए 33% प्रतिशत स्कोर करना आवश्यक है। |
सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा
परीक्षा | विषय | अवधि | कुल मार्क्स | परीक्षा की प्रकृति | परीक्षा का प्रकार |
परीक्षा A | अनिवार्य भारतीय भाषा | 3 घंटे | 300 | योग्यता | डिस्क्रिप्टिव |
परीक्षा B | इंग्लिश | 3 घंटे | 300 | योग्यता | डिस्क्रिप्टिव |
परीक्षा I | निबंध | 3 घंटे | 250 | योग्यता | डिस्क्रिप्टिव |
परीक्षा II | सामान्य अध्ययन | 3 घंटे | 250 | योग्यता | डिस्क्रिप्टिव |
परीक्षा III | सामान्य अध्ययन II | 3 घंटे | 250 | योग्यता | डिस्क्रिप्टिव |
परीक्षा IV | सामान्य अध्ययन III | 3 घंटे | 250 | योग्यता | डिस्क्रिप्टिव |
इंटरव्यू
इंटरव्यू 275 मार्क्स का होता है। मेंस परीक्षा क्लियर करने के बाद कैंडिडेट्स को पर्सनल इंटरव्यू राउंड के लिए बुलाया जाता है। यह इंटरव्यू लगभग 45 मिनट का होता है। कैंडिडेट का इंटरव्यू एक पैनल के सामने होता है। इंटरव्यू के बाद मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। मेरिट लिस्ट बनाते समय क्वालीफाइंग पेपर के नंबर नहीं जोड़े जाते हैं।
IAS तैयारी के लिए टिप्स
टिप्स, जो आपकी IAS की तैयारी में आपकी मदद करेंगी-
- कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प
- सिलेबस को समझें
- एक टाइम टेबल बनायें
- बुनियादी सिद्धांत पर ध्यान दें
- नोट्स बनायें
- अखबार पढ़ें
- मौक टेस्ट्स और पिछले सालों के प्रश्न पत्र को हल करें
सब्जेक्ट सेलेक्शन बेहद जरूरी
सिविल सर्विस परीक्षा (Civil Services Exam) के लिए कुल 25 विषयों में से अपना विषय चुनना होता है. सब्जेक्ट सेलेक्ट करते समय यह ध्यान दें कि विषय वही चुनें, जिसमें आपको पढ़ाई करना आपके लिए आसान हो. दसवीं के बाद उस सब्जेक्ट को ही चुनें, जिसमें आपकी रूचि हो और जिसे आप सिविल सर्विस एग्जाम के दौरान चुन सकें. पसंद का विषय होने से आपको तैयारी में भी आसानी होगी|
UPSC सिविल सर्विस टॉपर्स 2022
UPSC सिविल सर्विस टॉपर्स 2022 के नाम इस प्रकार हैं:
रैंक | नाम |
1 | श्रुति शर्मा |
2 | अंकिता अग्रवाल |
3 | गामिनी सिंगला |
4 | ऐश्वर्या वर्मा |
5 | उत्कर्ष द्विवेदी |
6 | यक्ष चौधरी |
7 | सम्यक जैन |
8 | इशिता राठी |
9 | प्रीतम कुमार |
10 | हरकीरत सिंह रंधावा |
IAS बनने के बाद जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
स्पेशलाइजेशन | औसत सालाना सैलरी (INR) |
SDM और SDO | 60,000-1.50 लाख |
सब कलेक्टर | 60,000-1.50 लाख |
DM | 60,000-1.50 लाख |
सेक्रेटरी (मंत्री) | 1-2 लाख |
चीफ सेक्रेटरी (राज्य) | 2-2.5 लाख |
केंद्रीय सचिव (सरकार के मंत्रालय) | 2-2.5 लाख |
भारत के कैबिनेट सचिव | 2-2.5 लाख |
भारत के लोकप्रिय IAS अफसर
- आर्मस्ट्रांग पेम
- अरुणा सुंदरराजन
- दुर्गा शक्ति नागपाल
- हरि चंदन दसारी
- स्मिता सभरवाल
- सगायम
- अशोक खेमका
- डी सुब्बाराव
- विनोद राय
- शाह फैसल
भारत के किस राज्य से कितने हैं IAS अफसर?
भारत में सबसे ज्यादा आईएएस ऑफिसर उत्तर प्रदेश (717) से हैं इसके बाद दूसरा स्थान बिहार (452) का आता है ।
राज्य | IAS अफसरों की संख्या |
अण्डमान और निकोबार | 1 |
आंध्र प्रदेश | 314 |
अरुणाचल प्रदेश | 26 |
असम | 43 |
बिहार | 452 |
चंडीगढ़ | 35 |
छत्तीसगढ़ | 44 |
दिल्ली | 211 |
गोवा | 2 |
गुजरात | 65 |
हरियाणा | 190 |
हिमाचल प्रदेश | 64 |
जम्मू & कश्मीर | 67 |
झारखंड | 60 |
कर्नाटक | 159 |
केरल | 157 |
मध्य प्रदेश | 183 |
महाराष्ट्र | 253 |
मणिपुर | 43 |
मेघालय | 27 |
मिजोरम | 26 |
नागालैंड | 23 |
ओडिशा | 119 |
पुड्डुचेरी | 5 |
पंजाब | 232 |
राजस्थान | 322 |
सिक्किम | 10 |
तमिल नाडु | 318 |
तेलंगाना | 1 |
त्रिपुरा | 19 |
उत्तर प्रदेश | 717 |
उत्तराखंड | 41 |
पश्चिम बंगाल | 134 |