बड़ा बलिदान किसका?राजा रूपसेन और अंगरक्षक वीरवर की कहानी :विक्रम और बेताल – 3
पुत्र और बेटी दोनों के मर जाने पर वीरवर की पत्नी कहती है, “पुत्र और पुत्री दोनों को खोने के बाद मैं भी जीना नहीं चाहती।” इतना कहते हुए वीरवर की पत्नी वीरवर के हाथ से तलवार छीन अपना शीश माता के चरणों में चढ़ा देती है।
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