हजारीबाग: हजारीबाग उपायुक्त डाॅ. भुवनेश प्रताप सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में लोग फास्ट फूड पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. हमें घर की बनी दाल-रोटी, साग-सब्जी पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि हमारे शरीर में पोषण की कमी न रहे. वहीं ग्रामीण लोग गरीबी के चलते भोजन के पोषक तत्वों को छोड़ देते हैें, हमारे यहां पाये जाने वाले साग-सब्जियां जिसमें काफी मात्रा में पोषक तत्व, प्रोटीन, फाईबर्स, मिनरल, कार्बोहाईड्रेट, आयरन आदि से प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं. इसे आप रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल करें। मौके पर मौजूद बच्चों से संवाद करते हुए उपायुक्त ने कहा कि बच्चे हर घर में बिस्किट, ब्रेड खाते हैं, जितने रूपये वे उसपर खर्च करते हैं उतने पैसे में अरहर की दाल खरीदकर खुद को रोगमुक्त तथा स्वस्थ्य रख सकते हैं. अरहर की दाल में बे्रड-बिस्किट से चार गुना ज्यादा पोषक तत्व होते हैं. उपायुक्त ने कहा कि जो चीज टीवी पर आता है हमलोग उसे अहमियत देते हैं, अच्छी पोषक तत्वों को छोड़कर फास्ट फूड को ज्यादा महत्व देते हैं, जो हमारे शरीर के लिए ज्यादा घातक है. मौके पर उपायुक्त ने कहा कि क्या चीज खाना है उसे पहले चिन्हत कर लें. वे स्थानीय नगर भवन में शुक्रवार को आयोजित पोषण पाठशाला को सम्बोधित कर रहे थे.
पोषण अभियान के तहत सितंबर 2019 महीने को मनाया जा रहा है राष्ट्रीय पोषण माह
हजारीबाग जिले में राष्ट्रीय पोषण माह को सफल बनाने हेतु कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. इस क्रम में स्थानीय नगर भवन में शुक्रवार को पोषण पाठशाला का आयोजन किया गया. पोषण पाठशाला का शुभारंभ उप विकास आयुक्त विजया जाधव, सिविल सर्जन डाॅ. सुशीला देवी, जिला शिक्षा पदाधिकारी लुदी कुमारी, डाॅ. रंजना शरन, डाॅ. आरएस वंदना, विभावि के डाॅ. पीके मिश्रा, आदि ने दीप प्रज्जवलित कर किया. इस अवसर पर उप विकास आयुक्त ने कहा कि इस पोषण माह में संजीदगी के साथ हमें महिला पुरूष, बालक-बालिका तथा सभी ग्रामीणों को पोषण के बारे में जागरूक करने की जरूरत है. उन्होंने शरीर में होने वाले जरूरत को बारे में बताते हुए कहा कि हमारे शरीर में प्रोटीन, कार्बोहाईड्रेट ,आयरन की जरूरत होती है, जो कि ग्रामीण महिलाएं इसपर उचित ध्यान नहीं दे पाती हैं और बच्चों में कुपोषण के समस्या दृष्टिगोचर होती है. उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रोें में बच्चों के कुपोषण से बचाने के लिए लिए गुड़, चिक्की, च्यवनप्राश, दुध आदि का वितरण किया जा रहा है. उप विकास आयुक्त ने मौजूद सभी लोगों को आह्वान किया कि कुपोषण जैसे कलंक को मिटाने के लिए सभी लोग अपनी महत्ती भूमिका निभाएं.
मौके पर उप विकास आयुक्त ने स्थानीय आंगनबाड़ी महिलाओं द्वारा बनाये डब्बा में रेडी-टू-इट भोजन का लाॅचिंग किया इस डब्बे के भोजन में उचित मात्रा में सभी आवश्यक पोषक तत्वों का समावेश किया गया है. इस अवसर पर लघु चलचित्र के माध्यम से कुपोषण से मुक्ति, पोषण जागरूकता, कार्यविधि, उपाय एवं इससे जुड़ी महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जानकारी दी गई. मौके पर पोषण से संबंधित विभिन्न विषयों यथा गर्भवती महिलाओं के आवश्यक संतुलित आहार, भोजन, पोषक तत्वों आदि को लेकर प्रश्नोत्तरी सत्र का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न पूछे गये प्रश्नों का उत्तर मौके पर मौजूद डाॅक्टरों ने दिया. बताया गया कि संतुलित आहार केवल महंगे भोजन से ही नहीं होता वरन आस पास मिलने वाले कई भोजन में भी संतुलित आहार होती है. जिसकी जानकारी होना आवश्यक है.
इस अवसर पर निदेशक समाज कल्याण विभाग झारखण्ड मनोज कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिन्हा, डीएमएफटी की रश्मि सिन्हा, सीडीपीओ, एएनएम, आंगनबाड़ी केंद्र की दीदी, सेविका, सहायिका सहित विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक व विद्यार्थी मौजूद थे.