सहारा सेबी विवाद करीब 13 वर्षो से चल रहा है। इस विवाद को लेकर खबर आ रही है कि सुप्रीम कोर्ट में 3 जजों की बेंच को इस मामले की सुनवाई के लिए नियुक्त कर दिया गया है। खबर यह भी है कि 3 जजों के बेंच जनवरी 10, 11 और 12 को इस केस पर सुनवाई करेगी। यह बेंच लगातार तीन दिनों तक सिर्फ सहारा सेवी केस की सुनवाई करेगी जिसके बाद कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी।
सुप्रीम कोर्ट ने वेणुगोपाल द्वारा उल्लेख किए जाने पर 07.12.2022 को सेबी सहारा अवमानना मामला संख्या 412 और 413 /2012 को लिया, और महत्वपूर्ण आईए की सूची देने का निर्देश दिया, जिन्हें सुना जाना है।
कोर्ट ने घोषणा की कि बेंच में जस्टिस बेला एम त्रिवेदी भी होंगी।
इस प्रकार हमारे मामले की सुनवाई अब निम्न की पीठ करेगी:
- माननीय न्यायमूर्ति संजीव खन्ना;
- माननीय न्यायमूर्ति एमएम सुंदरेश,
- माननीय न्यायमूर्ति श्रीमती बेला एम त्रिवेदी।
कोर्ट ने जनवरी 2023 के दूसरे सप्ताह में मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को सुनवाई के लिए मामले को सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया।
निवेशकों का पैसा सुरक्षित
बता दें कि 31 मार्च 2021 तक सहारा इंडिया कम्पनी की कुल संपत्ति दो लाख नब्बे हजार करोड़ रुपये है। वहीं देनदारी महज एक लाख 6 हजार करोड़ रुपये है। यह डेटा 31 मार्च 2021 तक का है। देखा जाए तो सहारा के पास अकूत संपत्ति है। देनदारी से दोगुना से ज्यादा की संपत्ति है सहारा के पास। मतलब की निवेशकों का पैसा बिल्कुल सुरक्षित है।
निवेशकों को ब्याज सहित मिलेगा पैसा
सहारा इंडिया ने अपने ऑफिसियल बयान में पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि जिन निवेशकों को मैच्यूरिटी पूरा हो गया है और उनका पैसा नहीं मिल पाया है उन्हें अतिरिक्त दिनों के लिए उतने दिनों का ब्याज सहित पैसा दिया जाएगा।
सहारा इंडिया यह दावा करती हैं कि संस्था में सम्मानित निवेशकों का पैसा हैं वो 100% लौटेगा. जिसके लिए विलंब भुगतान के लिए सम्मानित जमाकर्ता को क्षति पूर्ति के रूप में भुगतान तिथि तक लाभांश दे रहीं हैं. जिसके बारे में ज्यादा जनकारी सहारा इंडिया की किसी भी ऑफिस से लिया जा सकता है.
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