खूंटी:खूंटी जिले के मुरहू स्थित श्योर सक्सेस कोचिंग सेंटर में राष्ट्रीय हिंदी दिवस धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान के शिक्षक सह संस्थापक सकलदीप भगत के संबोधन के द्वारा शुरू हुई . उन्होंने हिंदी के महत्व के विषय में बताया कि हिंदी हमारी राजभाषा और कार्यकारी भाषा है. 14 सितंबर 1949 को हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा दिया गया व 1953 से 14 सितंबर हो हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है .
देश में करीब 65 करोड़ लोग हिन्दी भाषी हैं और विश्व भर में हिन्दी जानने वालों की तादाद 5 करोड़ से अधिक है. भाषा केवल अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं है. बल्कि, इससे इतर भी बहुत कुछ है. भाषा की अपनी पहचान है और उस पहचान से उसे बोलने वाले की पहचान भी जुड़ी होती है. यही नहीं, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रत्येक भाषा का अपना संस्कार होता है. प्रत्येक व्यक्ति या समाज पर उसकी मातृभाषा का संस्कार देखने को मिलता है.
अन्वेषा कुमारी, विजय महतो, ऋषि गुप्ता, ने “पूरे राष्ट्र की आशा है, हिंदी ही अपनी भाषा है. क्षेत्रीयता का भेद मिटाना है तो हिन्दी ही अपनाना है” का नारा लगाकर मातृभाषा हिंदी के प्रति अपना प्रेम जाहिर किया. भाषण प्रतियोगिता में पुष्कर कुमार, आराध्या कुमारी ने हिन्दी का इतिहास सभी को बताया और बताया कि हिंदी एक ऐसी भाषा है जो आज भी अपने महान साहित्य के द्वारा संसार को एकता के सूत्र में बांध रही है. यह राष्ट्रीय भावना का प्रतीक है. विश्व में विदेशी साहित्य भी इस भाषा के बिना अधूरा है. वहीं होलिका कुमारी व सुनीता साँगा ने हिन्दी कविताओं के माध्यम से भाषा की सुंदरता की व्याख्या की. मौके पर सरोज, बैद्यनाथ, विक्की और शिवेन्द्र नाथ मौजूद रहे.