राणाप्रताप मार्ग मोतीमहल वाटिका लॉन लखनऊ में वर्ष 2003 से निरंतर होता आ रहा 10 दिवसीय सत्रहवां राष्ट्रीय पुस्तक मेला 20 से 29 सितम्बर तक चलेगा। दि फेडरेशन ऑफ पब्लिशर्स एण्ड बुकसेलर्स एसोसिएशन्स इन इण्डिया,के.टी. फाउण्डेशन व फोर्सवन द्वारा संयोजित महात्मा गांधी की 150वीं जयंती की थीम पर आधारित यह आयोजन बच्चों और बड़ों को सम्मानित किया जाएगा। उद्घाटन के लिये मुख्य अतिथि के तौर पर राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल को आमंत्रित किया गया है। निःशुल्क प्रवेश वाले मेले में पुस्तक प्रेमियों को हमेशा की तरह किताबों पर न्यूनतम 10 फीसदी की छूट मिलेगी।
राष्ट्रीय पुस्तक मेले के बारे में आयोजक फाउण्डेशन के संयोजक मण्डल मनोज सिंह चंदेल व आकर्षण जैन ने पत्रकार वार्ता में बताया कि वर्चुअल वल्र्ड की ओर बढ़ती दुनिया में किताबों का महत्व पहले से बढ़ा है। किताबें एक लम्बे अरसे से व्यक्ति और समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाती आ रही हैं। मेले में खिलाड़ियों व खेलों को प्रोत्साहन देने वाले यूपी ओलम्पिक संध के महासचिव आनन्देश्वर पाण्डेय को 28 सितम्बर को प्रदेश गौरव सम्मान से नवाजा जायेगा। गुजरात को अतिथि राज्य का दर्जा देते हुए गुजरात पर्यटन व वहां के प्रकाशकों के स्टाल मेले में विशिष्ट होंगे। प्रधानमंत्री पर आधारित अपूर्व शाह की आदमकद किताब ‘नरेन्द्र मोदी एक सकारात्मक सोच’ खास आकर्षण होगी। गरबा लोकनृत्य कार्यशाला व गुजराती भाषा सिखाने के विशिष्ट कार्यक्रम भी होंगे।
देश के प्रमुख प्रतिष्ठित पुस्तक मेलों में शुमार 17 वर्षों से बराबर आयोजित इस पुस्तक मेले में प्रभात, राजकमल, किताबघर, राजपाल, सामयिक, लोकभारती, सम्यक, केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय, गौतम बुक्स, इण्डियन सोशल इंस्टीट्यूट, प्रकाशन संस्थान, साहित्य भण्डार इलाहाबाद, रामकृष्ण मिशन, उ.प्र.उर्दू अकादमी, गुडवर्ड, चिन्मय मिशन,वैदिक साहित्य, ओशो, एजूकेशनल एण्ड साइन्टिफिक ऐड्स, गायत्री ज्ञान मंदिर, स्कॉलर्स हब,गिडियॉन्स, तिरुमाला साफ्टवेयर आदि के स्टाल तो होंगे ही,साथ ही निखिल पब्लिशर्स, स्टारडम,काउंसिल फार प्रमोशन आफ सिंधी लैंग्वेज व उर्दू लैंग्वेज,रोशनी पब्लिशिंग,बुक कैफे,वर्ड स्मिथ जैसे कई नये संस्थान शामिल होंगे।
गंगा जमुनी तहजीब के शहर में चलने वाले इस पुस्तक मेले में इस बार कथक, गजल, संगीत के विशिष्ट कार्यक्रम होंगे। साथ ही प्रदेश भर में पुस्तक मेले के संयोजक स्वर्गीय उमेश ढल की स्मृति में विशिष्ट कवि सम्मेलन व मुशायरा भी होगा। मेले में हमेशा की तरह इस वर्ष भी स्थानीय लेखकों के लिए अलग से निःशुल्क स्टाल की व्यवस्था है। यहां गांधी बाल एवं युवा मंच पर बच्चों को जहां प्रतिभा प्रदर्शन का मौका मिलेगा वहीं,22 को किरन फाउण्डेशन के सौजन्य से ड्राइंग प्रतियोगिता से पहले 21 से ज्वाइन हैण्ड्स फाउण्डेशन व लोक आंगन के सौजन्य से रमेश पाल, सुबोध पाण्डे, संगीता चैबे, ज्योति,रेखा सिंह व नन्दिनी जैसे प्रशिक्षकों के नेतृत्व में लोकनृत्यों का प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।
ओरियण्ट लैंग्वेज लैब के संयोजन में 21 से 29 तक उर्दू और 28 व 29 सितम्बर को गुजराती की कक्षाएं चलेंगी। इस फोन नम्बर 9450692313 पर 18 सितम्बर तक पंजीकरण कराया जा सकता है। मेले के समापन समारोह में सात अक्टूबर की शाम चुनिंदा स्टाल धारकों व प्रमुख सहयोगियों को अतिथिगण सम्मानित करेंगे। इस मौके पर संरक्षक मुरलीधर आहूजा, टीपी हवेलिया, डा.अमिता दुबे, आकर्ष चंदेल, ज्योति किरन रतन भी अपने विचार व्यक्त करने के साथ उपस्थित रहेंगे।