देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी की दूरसंचार कंपनी ‘जियो’ आने वाले तीन साल के अंदर विश्व के 100 सबसे मूल्यवान ब्रांड्स में शामिल होगी। यह बात एक रिपोर्ट में कही गई है। संचार सेवा प्रदाता डब्ल्यूपीपी और मार्केट रिसर्च फर्म कंटार मिलवर्ड ब्राउन ने ‘टॉप 100 मोस्ट वैल्यूएबल ग्लोबल ब्रांड्स 2019’ रिपोर्ट में कहा कि अमेजन ताजा आकलन में एप्पल और गूगल को पछाड़ कर इस साल दुनिया का सबसे मूल्यवान ब्रांड बन गया है। अमेजन की ब्रांड वैल्यू (मूल्य) 315.505 अरब डॉलर रही।
जियो को पुरानी व्यवस्थाओं में बदलाव करने वाले 100 वैश्विक ब्रांडों में जगह दी गई है। मौजूदा समय में जियो का ब्रांड मूल्य 4.1 अरब डॉलर है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘जियो ने डेटा पर भारी छूट देकर भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन किया और पुरानी व्यवस्था को बदलने का काम किया। इसके चलते प्रतिस्पर्धी दूरसंचार कंपनियों को कीमत घटाने और विलय करने पर मजबूर होना पड़ा।’
इसमें कहा गया है कि जियो के इस कदम से न सिर्फ जियो के ग्राहकों को बल्कि दूसरे ग्राहकों को भी फायदा मिला है। यदि जियो मौजूदा वृद्धि दर से आगे बढ़ेगा तो तीन साल के अंदर शीर्ष 100 ब्रांड की श्रेणी में आ जाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार इस सूची में नए प्रवेश करने वालों में जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) है। इस सूची में एलआईसी (20.314 अरब डॉलर) 68वें पायदान और टीसीएस (14.282 अरब डॉलर) 97 वें स्थान पर है।
इसमें बताया गया कि इस साल पहली बार रैंकिंग में आने वाले नौ ब्रांड्स में से चार ब्रांड चीन के हैं और दो भारत के हैं। रिपोर्ट के अनुसार ‘भारतीय ब्रांड सरकारी स्वामित्व वाली एलआईसी, और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, वैश्विक टेक्नोलॉजी कंसल्टेंसी सर्विसेज हैं।’
रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘जब भारतीय दूरसंचार प्रदाता जियो ने अपने मुफ्त डेटा ऑफर के साथ लॉन्च किया तो इसने कैटेगरी की वैल्यू में वृद्धि नहीं की, लेकिन मूल्य को मजबूत करने के लिए एक अहम भूमिका अदा की है।