एक-दो नहीं बल्कि 44 सांसदों ने डोनाल्ड ट्रंप को खत लिखकर भारत को फिर से जनरलाइज़्ड सिस्टम प्रेफरेंस (GSP) कार्यक्रम में शामिल करने को कहा, जिससे दोनों देशों का अनबन समाप्त होकर व्यापारिक समझौते आसानी से हो सकें। व्यापार स्तर पर भारत-अमेरिका के रिश्ते में मजबूती आ सकती है। वहां के सांसदो ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भारत की ओर झुकने को कहा है।
सांसदों का कहना है कि छोटे मोटे मुद्दों के कारण व्यापार पर असर नहीं पड़ना चाहिए। अमेरिकी प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर को लिखे पत्र में कहा, भविष्य को ध्यान में रखकर कदम उठाना चाहिए। हमें अपने उद्योगों के लिए बाजारों की उपलब्धता सुनिश्चित करानी होगी।
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस सदस्य जिम हाइम्स और रॉन एस्टेस की तरफ से लिखे पत्र में 26 डेमोक्रेट्स और 18 रिपब्लिकन सासंदों ने हस्ताक्षर किए हैं। कोलिशन फॉर जीएसपी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डैन एंथनी का कहना है कि भारत से जीएसपी दर्जा छीने जाने के बाद अमेरिकी कंपनियों को लगातार क्षति हो रही है। भारतीय निर्यातकों की हालत जीएसपी हटने के बाद भी बेहतर है, जबकि अमेरिकी कंपनियों को प्रतिदिन सात करोड़ रुपये नए टैरिफ के तौर पर चुकाने पड़ रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि अकेले जुलाई में ही अमेरिकी कंपनियों को 214 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।