बसपा सुप्रीमो मायावती को एक के बाद एक राजनीतिक चोट लग रही है. कुछ दिन पहले ही राजस्थान में उनके सभी 6 विधायक पार्टी छोड़कर कांग्रेस के पाले में चले गए थे और अब एक और झटका उन्हें लगा है. इस बार झटका उन्हें पूर्व गठबंधन के साथी सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने दिया है. दरअसल, बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और दिग्गज नेता दयाराम पाल ‘हाथी’ छोड़ ‘साइकिल’ पर सवार हो गए हैं. दयाराम पाल के सपा में शामिल होने की जानकारी खुद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर के दी है.
इस दौरान अखिलेश ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधना नहीं भूले. उन्होंने कहा कि यूपी सरकार का काउंटडाउन शुरू हो गया है. डॉ आंबेडकर, लोहिया जी और कांशीराम जी के सपने को पूरा करने के लिए सपा परिवर्तन का काम करेगी.
वहीं, सपा छोड़कर अपनी पार्टी बनाने वाले शिवपाल यादव को लेकर भी अखिलेश ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी एक लोकतांत्रिक पार्टी है. यहां सबको अपनी विचारधारा पर चलने की आजादी है अगर कोई सपा में आना चाहता है तो हम उसे आंख बंद करके शामिल कर लेंगे. इसी के साथ उन्होंने शिवपाल की पार्टी सदस्यता रद्द करने की याचिका को भी वापिस लेने की बात कही.