राजस्थान: नाबालिग लड़की के दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद आसाराम बापू की उस याचिका को जोधपुर हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया है जिसमें उन्होंने सजा को खत्म करने की मांग की थी।
जोधपुर रेप केस,जानें क्या है पूरा मामला
जोधपुर की विशेष अदालत ने बुधवार को एक रेप केस में उन्हें दोषी ठहराया. फर्श से अर्श तक तक पहुंचने वाले आसाराम पर उनके आश्रम में आने वाली लड़कियों ने ही रेप के आरोप लगाए थे. इस वजह से आसाराम के साथ-साथ उनके बेटे नारायण साईं भी जेल गए. आसाराम 2013 से जेल में हैं, तब से लेकर अब तक केस में काफी कुछ हुआ है.
2 करोड़ अनुयायियों के ‘बापू’ आसाराम पर लगे आरोप क्या हैं और मामले में अब तक क्या हुआ है, यहां विस्तार से जानिए…
राजनेताओं के बीच भी पैठ
देश की दोनों बड़ी पार्टी (कांग्रेस और बीजेपी) से आसाराम के संबंध अच्छे रहे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, सीनियर नेता लाल कृष्ण आडवाणी के साथ-साथ नितिन गडकरी, उमा भारती, शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह और प्रेम कुमार धूमल उन्हें मानते थे. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, मोतीलाल वोरा भी आसाराम के नजदीकियों में शामिल रहे.
क्या हैं जोधपुर मामला
साल 2013 में शाहजहांपुर की 16 साल की लड़की ने आसाराम पर उनके जोधपुर आश्रम में बलात्कार करने का आरोप लगाया था. दिल्ली के कमला मार्केट थाने में यह मामला दर्ज कराया गया था, जिसे बाद में जोधपुर स्थानांतरित कर दिया गया.
गुजरात डबल रेप मामला
आसाराम को जोधपुर केस में गिरफ्तार कर लिया गया था, उसके दो महीने बाद ही गुजरात के सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे पर बलात्कार का आरोप लगाया था. बड़ी बहन की शिकायत के मुताबिक, आसाराम ने 2001 से 2006 के बीच कई बार उनका यौन शोषण किया था, छोटी बहन ने नारायण साईं पर रेप का आरोप लगाया था. इसके बाद दिसंबर 2013 में नारायण साईं को भी गिरफ्तार किया गया था.
दी गई धमकियां, गवाहों की हुईं हत्याएं
- सबसे पहले केस की सुनवाई कर रहे सेशन जज मनोज कुमार व्यास को धमकी देने का मामला सामने आया था. कथित तौर पर उनसे कहा गया था कि अगर आसाराम को बेल नहीं मिली तो ‘अच्छा नहीं होगा.’ फिर आसाराम की सुरक्षा देख रहे एसएचओ को भी धमकाया गया था.
- फिर फरवरी 2014 में सूरत की जिस लड़की ने नारायण साईं पर आरोप लगाए थे उसके पति पर हमला हुआ था. उन्हें कुछ अज्ञात लोगों ने चाकू से कई वार करके जख्मी कर दिया था.
- आसाराम के निजी आयुर्वेद डॉक्टर अमूर्त प्रजापति को राजकोट में अज्ञात लोगों ने गोली मारी थी. दो महीने बाद उनकी मौत हो गई थी. वह सूरत केस के गवाह थे.
- इसके बाद आसाराम के कुक अखिल गुप्ता को किसी ने मार दिया था. वह गुजरात की दोनों बहनों के आसाराम के कमरे में जाने के गवाह थे.
- फिर आसाराम के निजी चिकित्सक राहुल के सच्चन को कोर्ट परिसर में आसाराम के अनुयाई ने चाकू मारा था. वह जोधपुर केस के गवाह थे. नवंबर 2015 को वह गायब हो गए और अबतक नहीं मिले.
- इसके बाद गुजरात केस के गवाह महेंद्र चावला को पानीपत में गोली मारी गई. वह कथित रूप से आसाराम-साईं द्वारा किए गए यौन शौषण और घोटालों के सबूत देनेवाले थे.
- शाहजहांपुर में कृपाल सिंह नाम के शख्स को मारा गया था. जोधपुर केस के उस गवाह ने मरने से पहले बयान देकर बताया था कि हमलावर आसाराम के समर्थक थे. इन हमलों के साथ-साथ कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई थी. उसी बीच जोधपुर केस की पीड़ित लड़की के पिता को केस वापस लेने की भी धमकी मिली थी.