हजारीबाग: सदर अस्पताल के सीएस कार्यालय सभागार में हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल को एमसीआई के नॉर्म के आधार पर अपग्रेड करने के लिए और वर्तमान में यहाँ की खामियों को दूर करने के लिए मंगलवार को अस्पताल प्रबंधन समिति की एक उच्चस्तरीय बैठक जिला परिषद् अध्यक्ष सुशीला देवी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया. बैठक में विशेषरूप से बतौर सदस्य सदर विधायक मनीष जायसवाल, उप विकास आयुक्त- सह- प्रशासक, मेडिकल कॉलेज हजारीबाग विजया जाधव, हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सुशिल किउमार सिंह , सिविल सर्जन डॉ० कृष्ण कुमार, उपाधीक्षक डॉ० ए० के० सिंह सहित सभी सदस्यगण और मेडिकल कॉलेज के विभिन्न विभागों के विभाग प्रमुखगण मौजूद रहे.
सदर विधायक ने जनहित और मरीजों के हित में उठाये कई मामले
बैठक में सदर विधायक मनीष जायसवाल ने जनहित और मरीजों के हित में कई गंभीर मामला उठाया. उन्होंने कहा की विगत पांच वर्षों में सदर अस्पताल पटरी पर लौटा है और लोगों का विश्वास यहाँ से बढ़ा है. ऐसे में वर्तमान दो महीने से यहाँ चिकित्सकों की मनमानी और लचर विधि- व्यवस्था से मरीजों की परेशानी बढ़ी है. उन्होंने कहा की यह पेशा मानवता से जुड़ा है. इसकी मर्यादा को अस्पताल में कार्यरत सभी लोगों को समझने की आवश्यकता है. विधायक मनीष जायसवाल ने एसआरएल लैब के बंद होने के साथ ही शाम ढलते ही सरकारी लैब के भी बंद हो जाने से रात्री में लेबर रूम की मरीजों के साथ अन्य मरीजों के इलाज में होने वाली परेशानी से अवगत कराते हुए अबिलंब एसआरएल लैब और 24 घंटे सातो दिन इसे चालू करने को कहा.
इसके अलावे सदर अस्पताल में पंजीयन के सारे काउंटर एकसाथ सेपरेट करने, पार्किंग की व्यवस्था अबिलंब सुधारने, नए चिकित्सकों के मनमानी पर रोक लगाते हुए उनके ड्यूटी रोस्टर के अनुरूप कार्य करवाने, मेडिकल कॉलेज अस्पताल के तर्ज़ पर अबिलंब सभी विभागों को सेपरेट किये जाने और ड्यूटी चार्ट को सार्वजनिक करने का आग्रह किया. उप विकास आयुक्त विजया याधव ने कहा की हजारीबाग मेडिकल कॉलेज का पहला एकाडेमिक सेशन 72 विद्यार्थियों के साथ शुरू हो चूका है. इसका जायजा लेने जल्द मेडिकल काउंसील ऑफ़ इंडिया की टीम हजारीबाग आ रही है. ऐसे में फिलहाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल का जो स्वरुप सदर अस्पताल में दिखना चाहिए वो नहीं दिखा है. एमसीआई के नॉर्म पर आधारित यहाँ हरेक कार्य आगामी 05- 10 अक्टूबर तक किसी भी हाल में कर लेना है. इसके लिए उनके द्वारा कई दिशा- निर्देश दिए गए है. अस्पताल में सभी विभागों के विभाग प्रमुख के नेतृत्व में अलग- अलग डिपार्टमेंट की स्थापना किया जाएगा जहाँ संबंधित विभाग का सभी कार्य किया जाएगा. पुरे अस्पताल को सीसीटीवी और इंटरकॉम से जोड़ा जाएगा. फिलहाल चार कम्प्यूटर के साथ सेंट्रलाइज रजिस्ट्रेशन काउंटर का निर्माण कराया जाएगा. अन्दर का पार्किंग बंदोबस्त होगा और कंडम सामग्री को नीलामी के माध्यम से जल्द बेचा जाएगा.इसके अलावे बैठने ,मरीजों के सुविधा के लिए पिने का पानी, बैठने की समुचित व्यवस्था और सभी वार्डों में सुलभ चिकित्सीय व्यवस्था उपलब्ध कराई जायेगी. कंडम बिल्डिंग को तोड़कर जल्द यहाँ काजगी सभी कार्यों के लिए विशेष तरह की व्यवस्था की जायेगी.
उप विकास आयुक्त ने जमकर लगायी फटकार
बैठक में उप विकास आयुक्त विजया जाधव ने सीएस को अस्पताल के सुधार हेतु कई कड़े निर्देश देते हुए जमकर फटकार भी लगाईं. उन्होंने कहा की आपके कार्यालय के बाबुओं के लालफीताशाही के कारण जरुरी वेकेंसी भी पेंडिंग है, अस्पताल में कोई ड्यूटी रोस्टर नहीं है, सब मनमानी करते हैं. सीएस ने उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा की जल्द ही इसका निष्पादन कर लिया जाएगा और ड्यूटी रोस्टर को भी सार्वजनिक किया जाएगा.
मौके पर विशेषरूप से अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, हजारीबाग, सचिव आईएमए डॉ० ए० पी० चैतन्या, होली क्रॉस की सिस्टर रोसिली, नव भारत जागृति केंद्र के गिरिजासतिश, मुद्रा कल्याण समिति के मो० खालिद, चेंबर ऑफ़ कॉमर्स के राजू टोंग्या, जिला देशी चिकित्सा पदाधिकारी सहित अन्य सद्स्यगण मौजूद रहे.21