दीपक,
खास बातें:-
-
मोबीलाइजेशन दिये गये एडवांस.
-
स्टेडियम परिसर में बना पांच सितारा होटल.
-
स्टेडियम का निर्माण लागत 167 करोड़ से बढ़ कर 250 करोड़ से अधिक.
-
इंटरनल लॉन टेनिस ग्राउंड, टेनिस ग्राउंड, प्रैक्टीस सेंटर और अन्य सुविधाएं भी की गयी बहाल.
रांची: राजधानी रांची में बना झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन का विवादों से नाता कम नहीं हो रहा है. स्टेडियम के निर्माण से लेकर सदस्यता अभियान, क्रिकेट मैच कराये जाने और कार्यकारिणी की गतिविधियां हमेशा विवादित रही हैं. बीएनएन भारत न्यूज की तरफ से जेएससीए की गड़बड़ियों से संबंधित एक श्रृंखला शुरू की जा रही है, जिसमें यह बताने की कोशिश की जायेगी कि कैसे और कहां-कहां नियमों को ताक पर रख कर गड़बड़ियां की गयी. इस श्रृंखला की पहली कड़ी में हम यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे स्टेडियम का निर्माण लागत 167 करोड़ से बढ़ कर 250 करोड़ से अधिक हो गया. स्टेडियम के निर्माण का काम रामकृपाल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था. इसके लिए भारी इंजीनियरिंग लिमिटेड (एचइसी) से जेएससीए को पांच एकड़ जमीन दी गयी थी, जिसके स्वामित्व पर एचइसी प्रबंधन ने कई सवाल खड़े किये. 12 फरवरी 2009 को जेएससीए की निविदा समिति की तरफ से रामकृपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड को 73.72 करोड़ से कुछ अधिक की लागत पर काम करने का एक्सेप्टेंस लेटर भेजा गया था. इसके अलावा फैब्रिकेशन के कार्य में 60.50 करोड़ के खर्च होने की बातें कही गयी थी.
मोबीलाइजेशन एडवांस भी दिये गये
स्टेडियम निर्माण के लिए संवेदक कंपनी को 60 करोड़ से अधिक की राशि बतौर मोबीलाइजेशन एडवांस भी दिये गये. 9.3.2009 को संवेदक कंपनी के साथ स्टेडियम निर्माण का समझौता हुआ था. निविदा को लेकर सात करोड़ रुपये का मैटेरियल एडवांस कंपनी को दे दिया गया. यह राशि 19.8.2010 को दी गयी. 15.2.2010 को वंदना इस्पात और जिंदल स्टील को 9.91 करोड़ रुपये बतौर एडवांस दिये गये. इसके बाद 23 अक्तूबर 2010 से लेकर 21.7.2012 तक 12.60 करोड़ रुपये और रामकृपाल कंस्ट्रक्शन को दिये गये. निर्माण के दौरान 35 हजार स्टील की कुर्सियां खरीदने में भी अनियमितताएं बरती गयी. 1200 रुपये प्रति कुरसी की जगह 2375 रुपये के स्टील की कुर्सियां स्टेडियम में लगायी गयी. 14 जुलाई 2013 को स्टेडियम का सिविल वर्क पूरा किया गया. इसके बाद वार्षिक आम बैठक में मेसर्स कार्विंग ड्रीम्स के द्वारा आंतरिक साज-सज्जा कराने का फैसला लिया गया, पर काम मेसर्स ब्रेवेट होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड ने किया. इस कंपनी के निदेशक जेएससीए के लाइफ मेंबर भी हैं.
स्टेडियम परिसर में पांच सितारा होटल भी बना
स्टेडियम परिसर में पांच सितारा होटल भी बनाया गया. यह दलील दी गयी कि खिलाड़ियों के लिए होटल बनाना जरूरी है. इसमें शूट से लेकर अन्य कमरे तथा अत्याधुनिक सुविधाएं बरकरार है. एचइसी प्रबंधन ने दी गयी जमीन पर होटल बनाने को लेकर आपत्ति भी की थी, जिसे नजर अंदाज कर दिया गया. इतना ही नहीं यहां पर इंटरनल लॉन टेनिस ग्राउंड, टेनिस ग्राउंड, प्रैक्टीस सेंटर और अन्य सुविधाएं भी बहाल की गयी हैं.