ब्यूरो चीफ
रांची: झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) प्रबंधन एक ही टेंट हाउस पर मेहरबान है. जेएससीए में होनेवाले सभी आयोजनों की जिम्मेवारी इन्हें दी जाती है. स्टेडियम के अंदर होनेवाले मैच की कैटरिंग, लंच पैकेट, टेंट की सजावट, शादी-ब्याह और अन्य छोटी पार्टियों का आयोजन सब कुछ सिर्फ बालाजी टेंट को ही दिया जाता है. इन टेंट हाउस को जेएससीए द्वारा करोड़ों रुपये का भुगतान किया गया है. स्टेडियम में मौजूद रेस्तरां की देखरेख जेएससीए के एक बड़े अधिकारी के पूर्व बॉडीगार्ड करते हैं.
एक-एक बार में भुगतान किया गया 50-50 लाख
टेंट हाउस को एक-एक बार में 50-50 लाख रुपये तक के चेक जेएससीए की तरफ से दिये गये. उदाहरण के तौर पर 15.3.2016 को 49.75 लाख का चेक सचिव और कोषाध्यक्ष के हस्ताक्षर से टेंट हाउस मालिक को दे दिया गया. यह चेक आइपीएल 2014 में हुए एक मैच में भोजन खर्च के लिए दिया गया. इस तरह कई और भुगतान बालाजी टेंट हाउस को नियमित तौर पर जेएससीए की तरफ से किये गये. जेएससीए में होनेवाले आयोजनों में औसतन 10 लाख रुपये से अधिक लिये जाते हैं. ये सभी बिल का भुगतान बालाजी टेंट हाउस को किया जाता है.
व्यवसायिक गतिविधियों में खर्च किया गया खेल विकास का फंड
क्रिकेट के विकास के लिए गठित किये गये कोष को व्यवसायिक गतिविधियों में खर्च किया गया. इसमें टिकटों की प्रिटिंग, मैदान के प्रीपरेशन, होर्डिंग, एडवरटाइजिंग बोर्ड, कैटरिंग, स्टेडियम बुकिंग में पैसे अनाप-शनाप तरीके से खर्च किये गये. केंद्रीय उत्पाद एवं सेवा कर विभाग की इस संबंध में कई बार शिकायत भी की गयी है.
क्या कहते हैं बालाजी टेंट हाउस के मालिक
टेंट हाउस के मालिक संदीप कुमार का कहना है कि जेएससीए की तरफ से किये गये सभी भुगतान की जानकारी जीएसटी के साइट पर है. उनके अनुसार आप जीएसटी नंबर से पता लगा लीजिए कि हमें कितना भुगतान कब-कब किया गया है.