रांची: मां दुर्गा की अराधना में राजधानीवासी रमने लगे हैं.आज से 9 दिनों तक भक्तगण अपनी इष्ट देवी को प्रसन्न करने के लिए व्रत, तपस्या और अन्य माध्यमों से आकांक्षाओं को पूरा करने में तल्लीन रहेंगे. शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन राजधानी रांची के विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना का दौर जारी है. हृदय स्थली अल्बर्ट एक्का चौक के समीप श्री महावीर दुर्गा मंदिर में कलश स्थापना के साथ प्रथम दिवस मां शैलपुत्री की आराधना भक्तजनों द्वारा की गई. इस दौरान मां के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना की जायेगी. अपने घर और परिवार में सुख समृद्धि की कामना को लेकर महिलाएं और पुरूष मां की आराधना में लीन है.
मां दुर्गा की उपासना विशेष रुप से बंगाली समुदाय द्वारा काफी रीति रिवाज से और काफी सादगी से की जाती है. इसी कड़ी में देश प्रिय क्लब और लाइब्रेरी लगातार कई वर्षों से दुर्गा पुजा करता रहा है. पंचमी के दिन से इस क्लब में आराधना की शुरुआत होगी जो की पूरी तरह से सादगी के साथ और बंगला रिती रिवाज के साथ की जाएगी. षष्ठी के दिन महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष तौर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य रूप से नृत्य संगीत का आयोजन किया जाएगा. यह सभी कार्यक्रम मां का संध्या आरती के बाद शुरू होगा. महा सप्तमी के दोपहर में महिलाओं के लिए रंगोली सजाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. समुदाय द्वारा जो धुची नृत्य आरती की जाती है वह विशेष तौर पर देखने लायक होती है.
प्राचीन श्री राम मंदिर चुटिया में भी 351 कुंवारी कन्याओं का ऐतिहासिक सस्वर रामायण पाठ व्यास अवध किशोर जी के सान्निध्य में द्वीप प्रज्वलित कर शुरू हुआ. व्यास अवध किशोर और उनकी मंडली ने अपनी मधुर वाणी से चुटिया को राममय कर दिया. इसके पूर्व आचार्य जनार्दन पाण्डेय जी के द्वारा कलश स्थापना कर नव दुर्गा पूजन प्रारम्भ किया गया. सर्वप्रथम शैल पुत्री की स्तुति की गई जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए .इस अवसर पर चुटिया थाना प्रभारी रवि ठाकुर महंत, गोकुल दास, विजय तिर्की ,सुरेश साहु ,बाबु लाल ठाकुर, केशरी अमन तथा सैकड़ों भक्त जन शामिल थे.