मुख्य बिंदु
- युवा शक्ति है देश का सबसे बड़ा मानव संसाधन: मुख्यमंत्री
- नये आइडिया के लिये स्कूली बच्चों को 21-21 हजार रुपये देंगे
- युवा रोजगार मांगोे नहीं रोजगार देने वाले बने
- आइटी का प्रयोग कर भ्रष्टाचार और बिचौलिया को समाप्त करें
रांची 23 जून :मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सबसे बड़ा मानव संसाधन देश की युवा श्क्ति है। नई आइडिया को स्टार्टअप के माध्यम से अपनी प्रतिभा का परचम लहरायें।
झारखंड सरकार ने वर्ष 2016 में स्टार्टअप पॉलिसी लांच की। युवा शक्ति को उचित अवसर व वातानरण उपलब्ध करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री रविवार को होटल बीएनआर में आयोजित स्टार्टअप हैकाथोन के पुरस्कार वितरण व समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि आइटी का अधिक से अधिक प्रयोग कर भ्रष्टाचार और बिचौलियों को समाप्त करें। योजनाओं का लाभ सीधे जनता के पास पहुंचे।
इसके लिये नये आइडिया को संबंधित विभागों को भेजें, जिससे बेहतर झारखंड बन सके।
मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से 21-21 हजार रुपये देने की घोषणा
मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों को नये आइडिया के लिये 21-21 हजार रुपये मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से देने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि युवा शक्ति के पास नये आइडिया से युवाओं को उद्यमशीलता की ओर ले जायेगा। रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
प्रधानमंत्री की भी यही सोंच है कि युवा रोजगार मांगे नहीं रोजगार देने वाला बनें। झारखंड में भी स्टार्टअप के माध्यम से अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार से जोड़ें।
देश युवाओं का है। 65 फीसदी आबादी 18 से 35 वर्ष के बीच की है। आजादी के 70 साल बाद अगर किसी ने युवाओं की चिंता की है तो वह हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
महुआ के गलत उपयोग को रोकें
सीएम ने कहा कि महुआ का उपयोग शराब बनाने के लिये हो रहा है। इसके गलत उपयोग को रोका जा सकता है। वन विभाग से समन्वय स्थापित कर महुआ का लड्डू और तेल बनाया जा सकता है।
महुआ का लड्डू देश-दुनिया में जाना जायेगा। वन उत्पादों के बेहतर प्रयोग के लिये नई आइडिया डेवलप करें। दुनिया में भारत की प्रतिभा हर जगह बिखरी हुई है।
तकनीक और ज्ञान-विज्ञान के बदौलत दुनिया बदल रही है। झारखंड को भी बदलना है। 21वीं सदी भारत की सदी बने। मौके पर मुख्यमंत्री ने स्टार्टअप के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। साथ ही सर्टिफिकेट भी प्रदान किये।
कार्यक्रम में सीएम के प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल, आइटी सचिव विनय कुमार चौबे, उद्योग सचिव के रविकुमार और आइटी निदेशक यूपी शाह मौजूद थे।
तीन एमओयू भी हुये
मुख्यमंत्री की उपस्थिति में तीन एमओयू भी हुये। पहला एमओयू एबीबीआइएल और बीआइटी सिंदरी के बीच हुआ। दूसरा एमओयू एबीबीआइएल और आइआइटी आइएसएम धनबाद के बीच हुआ। तीसरा एमओयू सेंट्रल यूनिवर्सिटी झारखंड और एबीबीआइएल के बीच हुआ।