ब्यूरो चीफ,
रांची: झारखंड के तीन नये मेडिकल कॉलेजों को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता मिलने के बाद भी अब तक दाखिले की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पायी है. हजारीबाग, दुमका और पलामू मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में अब भी 60 सीटें खाली हैं. इन तीनों मेडिकल कॉलेजों में विशेष साक्षात्कार का दौर आयोजित कर 450 सीटें भरने की कवायद शुरू की गयी थीं. केंद्र सरकार से मान्यता मिलने के बाद अगस्त माह में झारखंड सरकार की तरफ से इन तीनों मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसरों और व्याख्याताओं की नियुक्ति कर शैक्षणिक आधारभूत संरचना तैयार की गयी. इसके बाद दो चरणों में मेडिकल कॉलेज में दाखिले को लेकर काउंसलिंग भी ली गयी. नेशनल इंट्रेंस एग्जाम टेस्ट (नीट-2019) के प्रदर्शन के आधार पर झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद ने मेधा सूची तैयार कर ऑनलाइन काउंसलिंग ली थी.
पूर्व में ही राज्य के रिम्स, एमजीएम और पीएमसीएच में 2019 के पहले वर्ष के लिए काउंसलिंग पूरा होने से छात्र नहीं मिल पाये. फिर भी पर्षद की तरफ से मेधा सूची तैयार कर एडमिशन के लिए सीट एलॉटमेंट ऑर्डर जारी किया गया. यहां यह बताते चलें कि सर्वोच्च न्यायालय ने हर हाल में एक अगस्त तक सभी इंजीनियरिंग, मेडिकल और अन्य तकनीकी संस्थानों में एडमिशन की प्रक्रिया पूरा कर पढ़ाई शुरू करने का निर्देश दिया था. झारखंड के तीन नये मेडिकल कॉलेजों में मान्यता मिलने में देर की वजह से एडमिशन देर से शुरू करने की बातें कही गयीं.