शिमला: आज सभी की ज़िंदगी में वक्त का बहुत आभाव है ख़ास कर महिलाओं की ज़िंदगी में अब महिलाए कामकाजी हो गई है. जिस वजह से बाहर के खाने पर ज्यादा आश्रित हो गई है. जंक फूड और तनाव की वजह से महिलाएं मां नहीं बन पा रही हैं. राजधानी शिमला में ऐसे मामलों में दोगुना इजाफा हुआ है. दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल (रिपन) में आधा दर्जन से अधिक महिलाएं रोज ओपीडी पहुंच रही हैं. हालांकि बड़ी उम्र में शादी होना भी मां नहीं बनने का एक बड़ा कारण माना जा रहा है.
चिकित्सकों का यह भी कहना है कि 35 साल की उम्र के बाद महिला अगर बच्चे को जन्म देती है तो मां और बच्चे को हार्ट की समस्या, शुगर जैसी बीमारी होने की आशंका रहती है. हालांकि समय पर उपचार से इसका समाधान भी है.
प्रेगनेंसी न ठहरने की समस्या से संबंधित 15 से 20 मामले रोजाना जोनल अस्पताल डीडीयू में आ रहे हैं. डीडीयू अस्पताल में तैनात गायनी विशेषज्ञ चिकित्सक का कहना है कि अस्पताल में ऐसे केसों की संख्या 10 से 12 फीसदी बढ़ी है.
जंक फूड का ज्यादा इस्तेमाल, अधिक उम्र, तनाव और महिलाओं में मोटापा बढ़ना प्रेगनेंसी न ठहरने की मुख्य वजह है. इसके अलावा हार्मोनल समस्या, पुरुषों में शुक्राणु की कमी भी इसका कारण हैं. अगर समय रहते चिकित्सीय सलाह ली जाए तो इस समस्या से बचा जा सकता है.