रांचीः भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ ने सहयोगी दल आजसू के साथ सीट शेयरिंग पर बयान देकर सनसनी फैला दी है. गिलुआ ने स्पष्ट कहा है कि 2014 में आजसू को जितनी सीटें मिली थीं, उससे एक भी अधिक सीट नहीं मिलेगी. फुटबॉल मैदान में भीड़ जुटाकर वोटवैंक समझने की गलती नहीं होनी चाहिए. 2014 में आजसू को सिर्फ आठ सीटें ही मिली थी. उन्होंने कहा कि कोल्हान में सिर्फ जुगसलाई सीट ही आजसू के खाते में जाएगी. इस पर आजसू के केंद्रीय प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत ने कहा कि गठबंधन का निर्णय सामुहिक होता है. केंद्रीय स्तर के पदाधिकारी इस पर बात करते हैं. वर्तमान परिस्थिति और हालात को देखते हुए निर्णय लिया जाना है. आजसू डबल डिजीट में जाएगी. सिलेबस भी कंप्लीट हो चुका है.
आजसू पार्टी मजबूरी के साथ में मजबूती के साथ लड़ेगी विधानसभा चुनाव
बोकारो में आजसू के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत ने कहा था कि आजसू पार्टी मजबूरी के साथ मजबूती के साथ चुनाव लड़ना चाहती है. उन्होंने कहा कि बूथ की मजबूती को लेकर यह कार्यक्रम किया जा रहा है ताकि लोकसभा की तर्ज पर विधानसभा में भी पार्टी भारी बहुमत से जीत हासिल करें. रिश्ते की बात गार्जियन से की जाती है न कि कैंडिडेट के साथ भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व और आजसू का केंद्रीय नेतृत्व बैठकर सीट शेयरिंग पर बात करेगा.
मिशन 65 प्लस में नंबर-1 और नंबर-2 पर भाजपा की नजर
मिशन 65 प्लस में नंबर-1 और नंबर-2 की सीटों पर भाजपा की नजर बनी हुई है. यह कयास लगाया जा रहा है कि पार्टी के एक दर्जन से अधिक सीटिंग विधायकों को पत्ता कटनेवाला है. इसमें रांची सीट के लिए मनोज गुप्ता, दीपक मारू, विनय सिंह और अन्य जोर आजमाइश कर रहे हैं. इनकी कई दौर की बातचीत भाजपा के चुनाव प्रभारी ओम प्रकाश माथुर से हो चुकी है. इसी प्रकार कांके, खिजरी, मांडर, गुमला, सिमडेगा, देवघर, बेरमो, घाटशिला, बगोदर, चतरा जैसी सीटों पर भी दूसरे की दावेदारी चल रही है.