संवाददाता,
रांची: झारखंड सहायक प्राध्यापक संविदा संघ की राज्य स्तरीय बैठक रांची विश्वविद्यालय के प्रांगण में डॉ संजय कुमार झा के नेतृत्व में हुआ. डॉ संजय झा ने कहा कि राज्य के सातों विश्वविद्यालयो के स्नातकोत्तर विभाग और अंगीभूत महाविद्यालयों में कार्यरत घंटी आधारित संविदा सहायक प्राध्यापकों को सरकार यूजीसी 2018 के नियमानुसार, निश्चित मासिक मानदेय यथाशीघ्र तय करे, क्योंकि हमलोगो से वो सारा काम करवाया जाता है, जो स्थायी शिक्षको से ली जाती है. सरकार यथा शीघ्र हमारी मांगो को पूर्ण करें अन्यथा सभी 7 विश्वविद्यालयों में कार्यरत घंटी आधारित संविदा सहायक प्राध्यापक 18 अक्टूबर 2019 से अनिश्चित भूख हड़ताल पर चले जायेंगे.
प्रदेश अध्यक्ष डॉ निरंजन कुमार महतो ने कहा कि जब राज्यपाल सह कुलाधिपति ने सितंबर माह में ही हमारी निश्चित मासिक मानदेय तय करने की बात कही थी, तो अभी तक हमारे माँगो को सरकार ने मूर्त रूप नहीं दी. जिसके कारण हम सभी अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर जा रहे हैं. प्रदेश सचिव डॉ प्रभाकर कुमार ने कहा कि भूख हड़ताल पर जाने के लिए 10 विभिन्न समितियों का आज गठन भी किया गया है. प्रदेश संगठन सचिव डॉ जनार्दन राम ने राज्य के सभी विश्वविद्यालय के संविदा सहायक प्राध्यापको को 18 अक्टूबर को रांची में भूख हड़ताल पर आने का आह्वान किया. एस के एम यू ईकाई के अध्यक्ष डॉ यदुवंश ने कहा कि काफी लंबे अरसे से हमारी मांग रही कि सरकार निश्चित मासिक मानदेय तय करे, परंतु सरकार हमारी माँगो को अनदेखी कर रही है. रांची विश्वविद्यालय ईकाई के अध्यक्ष डॉ अभीषेक कुमार गुप्ता ने कहा कि सरकार 17 अक्टूबर तक हमारी मांगों को पूर्ण करे क्योंकि आय में उतपन्न असमानता और अवकाश के दिनों में हमे कोई मानदेय नहीं मिलता है.
आरयू के सचिव डॉ रामप्रवेश ने कहा कि सरकार हमारी मांग को नजरअंदाज कर रही है, जिसके कारण हमें अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर जाना पड़ रहा है. प्रदेश उपकोषाध्यक्ष डॉ संगीत कुजूर ने कहा कि हमारी मांग बिल्कुल जायज है, राज्य के सभी सहायक प्राध्यापक महिलाएं भी भूख हड़ताल पर जाएंगी. इस बैठक में सभी 7 विश्वविद्यालयों से सैकड़ों सहायक प्राध्यापक, जिनमें मुख्य रूप से डॉ सुमन्त कुमार झा, डॉ स्वेता शर्मा, डॉ अब्दुल रहीम, डॉ विश्वनाथ यादव, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, डॉ प्रियंका कुमारी, डॉ ज्योती चौधरी, डॉ आभा कुमारी, डॉ शंकर मुंडा, डॉ ब्रह्मानन्द साहू, डॉ कुमार सौरभ, डॉ संतोष चौधरी, डॉ संतोष कुमार, डॉ हर्षवर्धन, डॉ अमित पातर सहित अन्य उपस्थित थे.