दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है. वहां के लोग प्रदूषण से काफी परेशान हैं. ऐसे में दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण से निपटने के लिए मंगलवार से ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू हो रहा है. इस दौरान ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के तहत दिल्ली-एनसीआर में डीजल जेनरेटर के इस्तेमाल को पूरी तरह से बैन कर दिया गया है. इतना ही नहीं डीजल जेनरेटर के अलावा भी कई और पाबंदियां भी इस प्लान के तहत लागू की गईं हैं.
आज से दिल्ली एनसीआर में ईंट भट्ठे भी वही चलाए जा सकेंगे, जो जिग जैग तकनीक अपना चुके होंगे. प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) के मुताबिक, स्टोन क्रसर, सीमेंट मिक्सर जैसे धूल मिट्टी बढ़ाने वाली जगहों पर प्रदूषण की रोकथाम के लिए कड़े इंतज़ाम किए जाएंगे, ताकि हवा में धूल मिट्टी ना बढ़े.
जानकारी के मुताबिक दिल्ली की सड़कों और गलियों में लगातार स्वीपिंग मशीनों के जरिए सफाई का काम किया जाएगा। इतना ही नहीं इसके साथ ही पानी का छिड़काव भी लगातार किया जाएगा. ईपीसीए की गाइडलाइन के मुताबिक, दिल्ली एनसीआर में कूड़े को जलाने पर रोक लगाई गई है. इसके अलावा सभी निर्माण कार्यों की भी समय-समय पर मॉनिटरिंग की जाएगी. ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि इनकी वजह से प्रदूषण नहीं बढ़ रहा है.
अगले महीने लागू होगा ऑड-ईवन नियम
आपको बता दें दिल्ली में 4 से 15 नवंबर तक ऑड-ईवन योजना लागू की जाएगी. दिल्ली सरकार इस दौरान लोगों को प्रदूषण से बचने के लिए मास्क भी बांटेगी. सीएम अरविंद केजरीवाल ने लोगों से दीवाली के मौके पर कम पटाखे जलाने की अपील की है. जिससे शहर में स्मॉग और प्रदूषण न फैले. क्योंकि प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है.
केजरीवाल ने ये भी कहा कि सड़कों की सफाई मशीनों की मदद से होगी, पेड़ लगाए जाएंगे और शहर में प्रदूषण से सबसे ज्यादा प्रभावित 12 जगहों के लिए विशेष योजना भी शामिल किए गए हैं.