रांची: लोकसभा चुनाव की तर्ज पर झारखंड विधानसभा चुनाव में पहली बार सी-विजिल और सुविधा एप का इस्तेमाल होगा. रैली, सभा, रोड शो, नुक्कड़ नाटक, वाहन, जुलूस आदि की अनुमति के लिए सुविधा एप पर आवेदन करना होगा. जिला प्रशासन ने इसके लिए सिंगल विंडो कोषांग का गठन कर दिया है. एडीएम लॉ एंड ऑर्डर अखिलेश सिन्हा को इसका वरीय प्रभारी बनाया गया है. चुनाव आयोग की इस व्यवस्था से किसी खास प्रत्याशी को अनुमति देने, पहले आवेदन देने के बावजूद अनुमति बाद में मिलने जैसी शिकायत नहीं रहेगी.
25 अक्टूबर से लाइसेंसी हथियार होंगे जमा
चुनाव को लेकर प्रशासन 25 अक्टूबर से लाइसेंसी हथियार जमा कराएगा. सामान्य शाखा के उपसमाहर्ता रविशंकर ने बताया थाना में हथियार जमा होंगे.
एक हजार बूथों पर वेबकास्टिंग के जरिए रखी जाएगी मतदान पर नजर
वहीं, विधानसभा चुनाव के दौरान रांची जिले के एक हजार बूथों पर वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध होगी. इसके माध्यम से शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के बूथों पर जिला प्रशासन नजर रखेगी. वेबकास्टिंग के लिए विशेष टीम का गठन कर चुनाव के दौरान कंट्रोल रूम से निगरानी रखी जाएगी. मालूम हो कि लोकसभा चुनाव के दौरान 25% बूथों में यह सुविधा थी. इस बार बूथों की संख्या बढ़ाने के लिए सभी प्रखंडों से वैसे बूथ की रिपोर्ट मांगी गई है, जहां बिजली व इंटरनेट नेटवर्क की व्यवस्था हो. वेबकास्टिंग कोषांग की ओर से प्रज्ञा केंद्र संचालकों की बैठक की गई.
मॉक पोल से ईवीएम और वीवीपैट की दी जानकारी
रांची जिले के सभी प्रखंडों के ग्राम पंचायतों में मॉक पोल के जरिए वोटिंग प्रोसेस की जानकारी दी जा रही है. इसके जरिए ईवीएम-वीवीपैट की जानकारी दी जा रही है.