अगर आप भी अपने बच्चे के काम खाने से परेशान होकर उसे जबरदस्ती खूब सारा खाना खिलाती है तो सावधान हो जाइये कहीं आपका ये ज्यादा प्यार बच्चे को भारी न बना दे. डॉक्टरों का मानना है की बच्चे को जबरदस्ती ज्यादा खाना खिलने से उसकी तबीयत तो बिगड़ ही सकती है साथ ही उसे दिन भर कमजोरी और सुस्ती भी चढ़ी रहेगी.
जरूरत से ज्यादा खाना खिलाने से शरीर में एक तरह का न्यूरोबायलॉजिकल इम्बैलेंस हो जाता है. एक बार इसका लेवल बॉडी में गिरता है, तो बच्चे को कमजोरी महसूस होती है और वो दिनभर थका-थका रहता है. ऐसे में जब बच्चा मोटापा का शिकार हो जाता है, तब बॉडी में एनर्जी बनाए रखने के लिए उसे हमेशा कुछ न कुछ खाना पड़ता है.
इसीलिए अपने बच्चे को उतना ही खिलाये जितना उसका मन हो और अगर वो स्कूल जाता है तो कुछ बातों का और भी ध्यान रखें जैसे कभी भी रोटी पराठे इन सब चीज़ों को पेपर में रैप करके न रखें ये आपके बच्चे की सेहत के लिए नुकसान दायक होता है. सही है की खाने को फॉयल में ही करके रखें और हो सके तो उसे प्लास्टिक की बोतल में भी पानी न दें.