चतरा: प्रदेश में डबल इंजन की सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है. मुख्यमंत्री विभिन्न देशों का भ्रमण कर निवेशकों को झारखंड बुला रहे हैं, बावजूद आज तक यहां एक भी उद्योग नहीं लग पाया है. जिसके कारण न सिर्फ लाखों शिक्षित युवक बेरोजगार है बल्कि प्रदेश में भुखमरी की भी स्थिति उत्पन्न होने लगी है. उक्त बातें प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सह झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने चतरा में कही. वे जनादेश यात्रा के दौरान नक्सलियों के गढ़ चतरा के जोरी, प्रतापपुर व हंटरगंज में लोगों को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना लागू कर दिया है, लेकिन अस्पतालों में मरीजों का इलाज नहीं हो रहा है. प्रदेश से गरीबी, बेरोजगारी व अशिक्षा दूर नहीं हुई है. विद्यालयों में शिक्षकों की कमी से पढ़ाई प्रभावित हो रही है. बाबूलाल ने कहा है कि प्रदेश की सामंतवादी रघुवर सरकार अपने हक और अधिकार की मांग करने वाले आंदोलनकारियों का मुंह लाठियों के सहारे बंद कराना चाहती है. जिसका जनता मुंहतोड़ जवाब देगी. उन्होंने कहा कि वे गठबंधन का विरोध नहीं करते लेकिन जरूरत पड़ी तो उनकी पार्टी अकेले भी चुनाव लड़ सकती है. वे अपने दम पर जनता के बीच जा रहे है जो दम कोई और नहीं दिखा सकता.
झाविमो सुप्रीमो ने कहा है कि रघुवर सरकार के विफलता का ही परिणाम है कि लाखों करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाने के बाद भी किसानों के खेत में पानी नहीं पहुंच रहा है. सिंचाई के अभाव में खेतों में लगी फसल नष्ट हो रही है. किसान खाद बीज के लिए तरस रहे हैं.
झाविमो सुप्रीमो ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार बनी तो सबसे पहले टेट पास बेरोजगार अभियर्थियों की रिक्त पड़े पदों पर सीधी बहाली की जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य का निर्माण झारखंड वासियों के लिए हुआ है. ऐसे में हमारी सरकार बनी तो न केवल सरकारी विभाग बल्कि निजी विभागों में भी 85% झारखंडवासियों को बहाल किया जाएगा. जरूरत के मुताबिक इसके लिए कानून भी बनाए जाएंगे.