रांचीः मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी की अध्यक्षता में आसन्न विधान सभा चुनाव की तैयारी को लेकर झारखंड मंत्रालय में चुनाव आयोग के साथ गहन विचार-विमर्श हुआ. मुख्य सचिव ने बैठक के दौरान कहा कि लोक सभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराने के बाद विघ्न रहित विधानसभा चुनाव कराना प्राथमिकता है. उन्होंने चुनाव आयोग से कहा कि प्राप्त इनपुट के अनुसार अगर चुनाव विभिन्न चरणों में होंगे, तो नक्सल प्रभावित राज्य में हिंसारहित चुनावी प्रक्रिया पूरी करना आसान होगा. उन्होंने कहा कि अलग-अलग चरणों में चुनाव होने से इलाका विशेष पर फोकस करना आसान रहेगा. उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन ने कहा कि वे राज्य के राजनीतिक दलों, प्रशासनिक अधिकारियों और अन्य सूत्रों से प्राप्त सभी इनपुट आयोग के समक्ष रखेंगे और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए जो भी जरूरी होगा, उसे पूरा किया जाएगा.
कम से कम 250 कंपनी अर्द्धसैनिक बल चाहिए
चुनाव आयोग से पिछले अनुभवों और वर्तमान की जरूरतों को देखते हुए चुनाव के दौरान कम से कम 250 कंपनी अर्द्धसैनिक बल उपलब्ध कराने की मांग की गई. मुख्य सचिव ने कहा कि इन कंपनियों के जवान हिंदी भाषी इलाके के हों तो अच्छा रहेगा. इससे राज्य के निचले स्तर के अधिकारियों के साथ फील्ड में काम करते संमय किसी तरह की गलतफहमी की स्थिति नहीं बनेगी. उन्होंने आयोग से अनुरोध किया कि चुनाव के दौरान नक्सलियों की नकेल कसने के लिए झारखंड से लगी दूसरे राज्यों की सीमा के भीतर वहां की पुलिस भी चौकस रहे, इसकी व्यवस्था हो. मौके पर उन्होंने डीजीपी कमल नयन चौबे से कहा कि 23 अक्टूबर को वे दिल्ली में चुनाव आयोग के साथ इस मसले के अलावा विधि व्यवस्था से जुड़े अन्य मामलों पर भी वार्ता कर लें.
चुनाव के समय बूथ बदलने से बचने की सलाह
मुख्य सचिव ने चुनाव आयोग से कहा कि विभिन्न कारणों से चुनाव के करीब होने पर बूथों के बदलाव से कई तरह की परेशानी होती है. वार्ता के दौरान सहमति बनी कि समय रहते बूथ तय किये जाएंगे. अगर किसी गांव आदि से मतदान केंद्र दूर पड़ता है, तो प्रशासन वोटरों को बूथों तक पहुंचाने की व्यवस्था करेगा.
राज्य में तीन साल से एक जगह कार्यरत सभी दारोगा स्थांतरित
चुनाव आयोग से वार्ता के दौरान गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य में तीन साल से अधिक समय से एक जगह पदस्थापित सभी दारोगा को स्थांतरित कर दिया गया है. वहीं अन्य विभागों में भी यह प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है.
मतदाता जागरूकता पर दें बल
उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन ने राज्य प्रशासन से मतदाता जागरूकता पर बल देते हुए ज्यादा से ज्यादा मतदान सुनिश्चित करने के उपायों पर फोकस करने को कहा. उन्होंने इस दौरान मतदाता पुनरीक्षण कार्य, नये मतदाता सहित अन्य तमाम मसलों पर विचार-विमर्श किया.
चुनाव आयोग के साथ मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी की अध्यक्षता में संपन्न उच्चस्तरीय बैठक में चुनाव आयोग के उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन के अलावा गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, डीजीपी कमल नयन चौबे, राज्य निर्वाचन आयुक्त विनय कुमार चौबे और एडीजी मुरारीलाल मीणा मौजूद थे.