खास बातें:-
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तानाशाही सरकार को है हटाना, खत्म होने वाला है बीजेपी का खेल
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सरकारी कर्मचारी, महिला, किसान, नौजवान सभी सरकार की नीतियों से हैं परेशान
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किसान आत्महत्या को मजबूर हैं, देश दिवालिया होने के कगार पर है, बड़े-बड़े बैंक डूब रहे हैं
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विकास के नाम पर मोमेंटम झारखंड कर सरकार ने किया करोड़ों का घोटाला
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आजसू के विधायक विकास सिंह मुंडा ने थामा झामुमो का दामन
रांचीः झामुमो को कार्यकारी अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने शनिवार को राजधानी के हरमू मैदान में हुंकार भरी. कहा, बीजेपी की तानाशाही सरकार को हटाना है. यह सरकार अपने अंतिम पड़ाव पर है. जेएमएम ने राज्यभर में बदलाव यात्रा निकाला था. रांची में उसका समापन हो रहा है. रघुवर सरकार अपने अंतिम दिन गिन रही है. भाजपा वालों ने झारखंड में जो खेल खेला है वह खेल अब खत्म होने वाला है. झारखंड की जनता ने भी अब मन बना लिया है कि भाजपा को सत्ता से बाहर करना है और जेएमएम की सरकार बनानी है. इस विकट परिस्थिति में भी हम सब यहां एक जुट हुए हैं. यह दर्शाता है कि अब सरकार बदलना है. कार्यक्रम के दौरान आजसू के विधायक विकास सिंह मुंडा ने अपने समर्थकों के साथ झामुमो का दामन थामा.
वर्तमान सरकार ने सब कुछ अस्त व्यस्त कर दिया
हेमंत ने कहा कि वर्तमान सरकार ने सबकुछ अस्त व्यस्त कर दिया है. सरकारी कर्मचारी, महिला, किसान, नौजवान सब राज्य सरकार की नीतियों से परेशान हैं. किसान आत्महत्या को मजबूर हैं. देश दिवालिया होने के कगार पर है. बड़े-बड़े बैंक डूब रहे हैं. रोजगार देने के नाम पर रोजगार छीना जा रहा है. भाजपा वालों ने राज्य और देश के लोगों को तबाह कर दिया है. राशन कार्ड रहते हुए भी लोग भूख से मर रहे हैं. कबंल और खनन घोटाला जैसे बड़े घोटाले हुए हैं, लेकिन सरकार कहती है कि भ्रष्टाचार मुक्त शासन झारखंड में है. विकास के नाम पर मोमेंटम झारखंड कर करोड़ों का घोटाला हुआ. विदेश यात्रा के नाम पर सरकार पैसे की लूट कर रही है. जेएमएम की सरकार बनी तो कोई भी घोटालेबाज हो सभी जेल जाएंगे.
योजनाओं के नाम पर सिर्फ छलने का काम
सीएम रघुवर दास ने कहा था कि हर घर तक 24 घंटे बिजली नहीं पहुंची तो वोट नहीं मांगेंगे लेकिन स्थिति बिल्कुल अलग है. केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्जवला योजना और आयुष्मान भारत योजना जैसी अन्य योजनाओं के नाम पर सिर्फ लोगों को छलने का काम किया है. राज्य में बड़े पैमाने पर आंगनबाड़ी सेविका, सहायियका आंदोलनरत हैं. सरकार का इन पर कोई ध्यान नहीं है. झामुमो की सरकार बनती है तो इनका स्थायी हल निकाला जाएगा.