रांचीः झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) को संभालना बड़ी चुनौती हो गई है. यह संभले नहीं संभल रहा है. जेपीएससी की गलती के कारण लगभग 29 से 30 हजार अभ्यर्थियों का भविष्य चौपट हो गया है. सोमवार को हाईकोर्ट ने छठी जेपीएससी की रिवाइज्ड पीटी की रिजल्ट को निरस्त करने का फैसला सुनाया. झारखंड लोक सेवा आयोग की अपनी ही चाल है. चाल में तेजी नहीं आने का खामियाजा प्रदेश के छात्रों को भुगतना पड़ रहा है.
इस वित्तीय वर्ष का भी भारी भरकम है बजट
वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए जेपीएससी का बजट कुल 9 करोड़ 66 लाख 58 हजार रुपए का है. इसमें वेतन पर 4 करोड़ 68 लाख 92 हजार रुपए का प्रावधान किया गया है. यही नहीं प्रिंटिंग और विज्ञापन पर 1.10 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान है. इसके बावजूद भी जेपीएससी विवादों से घिरा हुआ है. कानूनी सलाह लेने के लिए भी 30 लाख रुपए का प्रावधान है. इसके बावजूद जेपीएससी आरोपों और विवादों से जुदा नहीं है.
चार बार सीएस रैंक के अफसर संभाल चुके हैं जेपीएससी की कमान
चार सीएस रैंक के अफसर जेपीएससी की कमान संभाल चुके हैं. बावजूद जेपीएससी पटरी पर नहीं आ पाया. मुख्य सचिव रैंक के अफसर शिव बसंत, देवाशीष गुप्ता और के विद्यासागर अध्यक्ष पद पर रह चुके हैं. वर्तमान में भी पूर्व मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी इसके अध्यक्ष हैं.
IPS, IFS और न्यायिक सेवा के अफसर भी रहे अध्यक्ष
न्यायिक सेवा के अफसर आलोकसेन गुप्ता भी अध्यक्ष बने. आईपीएस आरसी कैथल भी अध्यक्ष रहे. सेंट्रल गवर्मेट के अफसर डॉ पीसी हेंब्रम सहित तीन शिक्षाविद डॉ दिलीप प्रसाद, डॉ परवेज हसन और ए.के. चट्टोराज भी अध्यक्ष पद रहे. फिर भी आयोग विवादों से जूझता रहा. डॉ ए.के. चट्टोराज वर्तमान में जेपीएससी के प्रभारी अध्यक्ष हैं. स्थिति यह है कि अब तक जेपीएएससी सिर्फ पांच परीक्षा ही ले पाया है.
कौन अध्यक्ष किस सेवा में रहे-
- डॉ पीसी हेंब्रम (सेंट्रल गवर्मेट के अफसर)
- डॉ दिलीप प्रसाद (शिक्षाविद्)
- आलोक सेन गुप्ता (न्यायिक सेवा)
- आरसी कैथल (आईपीएस)
- परवेज हसन (शिक्षाविद्)
- शिव बसंत (आईएएस, सीएस रैंक के अफसर)
- देवाशीष गुप्ता (आईएएस, सीएस रैंक के अफसर)
- के. विद्यासाग (आईएएस, सीएस रैंक के अफसर)
- डीके श्रीवास्तव (आईएफएस, पीसीसीएफ)
- ए.के. चट्टोराज (शिक्षाविद्)
- सुधीर त्रिपाठी( आइएएस)
ऐसे दिन ब दिन चली प्रक्रिया-
- 18 दिसंबर 2016 को पीटी
- 23 फरवरी 2017 को पीटी का रिजल्ट, 5138 अभ्यर्थी पास
- 11 अगस्त 2017 को दूसरी बार पीटी का रिजल्ट जारी, 6103 अभ्यर्थी पास
- मुख्य परीक्षा के लिए 29 जनवरी 2018 की तारीख तय हुई
- 24 जनवरी 2018 को मुख्य परीक्षा स्थगित कर दी गयी
- 8 फरवरी 2018 को सरकार के कैबिनेट में पास मार्क्स से रिजल्ट जारी करने का आदेश
- 18 मई 2018 को अभ्यर्थियों की याचिका को हाई कोर्ट ने किया खारिज, मुख्य परीक्षा लेने का दिया आदेश
- 06 अगस्त 2018 को तीसरी बार पीटी का रिजल्ट जारी, 34,634 पास
- 28 जनवरी से 2 फरवरी 2019 तक मुख्य परीक्षा चली
326 पदों पर होनी है नियुक्ति-
- झारखंड प्रशासनिक सेवा : 143
- झारखंड वित्त सेवा : 104
- झारखंड शिक्षा सेवा : 36
- झारखंड सहकारिता सेवा : 09
- झारखंड सामाजिक सुरक्षा सेवा : 03
- झारखंड सूचना सेवा : 07
- झारखंड पुलिस सेवा : 06
- झारखंड योजना सेवा : 18
- कुल पद : 326