गिरिडीह: तिसरी प्रखण्ड अंतर्गत बिहार झारखण्ड सीमा पर नक्सल प्रभावित गांव में रहने वाले थानसिंगडीह निवासी कैलास यादव पिता स्व टंडन यादव ने शनिवार को उपायुक्त गिरिडिह को एक आवेदन देकर कहा है कि थानसिंगडीह पंचायत के मुखिया बालेश्वर राय ने प्रधानमंत्री आवास बनवा देने के नाम पर पांच हजार रुपये की मांग 25 मई 2018 को की थी. कैलास यादव ने बताया कि 2 हजार रुपया देकर उन्होनें कहा था कि “मेरे आवास का पैसा मिलेगा तब मैं और तीन हजार रुपया दे दूंगा”. तब मुखिया ने रिकॉर्ड तैयार कराने को बोला था. मैंने रिकॉर्ड भी तैयार किया जिसमें भी मेरा खर्च हुआ है. रुपया देने में डेढ़ वर्ष बीतने वाला है आज तक मेरा आवास नहीं बना. रिकॉर्ड लेकर पंचायत सेवक के पास घूम रहा हूं. रुपया वापस मांगने पर मुखिया आज देंगे कल देंगे बहाना बनाता है. 2 हजार रुपया भी हमने कर्ज लेकर मुखिया को दिया था. उन्होंने मामले की जांच कर मुखिया पर कार्रवाई करते हुए प्रधानमंत्री आवास बनाने की मांग की है.
इस संबंध में थानसिंगडीह पंचायत के मुखिया बालेश्वर राय ने कहा आवेदन द्वारा लगाया गया आरोप गलत है. मैंने कोई रुपया नहीं लिया है. प्रधानमंत्री आवास दिलाने का प्रयास मैंने किया था लेकिन सेक डेटा में नाम नहीं होने के कारण आवास नहीं बन सका.
तिसरी बीडीओ सुनील प्रकाश ने बताया मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं थी अब मैं स्वयं इस मामले की जांच करूंगा. आवेदक अगर आवास लेने का अहर्ता पूरा करता होगा, वह गरीब परिवार से है तो उसे प्रधानमंत्री आवास अवश्य दिया जाएगा.