जितनारायण शर्मा,
गोड्डा: कहते है अगर आपके पास किसी भी काम को करने का लगन व जज्बा हो तो वह कठिन से कठिन दिखने वाला काम भी आप बहुत आसानी से कर सकते हैं. ऐसा ही कुछ गोड्डा जिले में देखने को मिला. जहां सिंचाई से जूझ रहे किसानों ने श्रमदान कर बोराबांध बनाया.
दरअसल, सिंचाई की समस्या से जूझ रहे गोड्डा जिले के चतरा पंचायत के केराकुरा गांव के किसानों ने लोक कल्याण सेवा केन्द्र द्वारा इसके सहयोग से क्लैड परियोजना के अंतर्गत श्रमदान कर जोरिया पर बोराबांध का निर्माण कर दिया. केराकुरा गांव में किसान रबी फसल के अंतर्गत गेहूं, सरसो, मुंगफली की खेती के अलवा सब्जी की खेती करते हैं लेकिन वहां पर समुचित सिंचाई की व्यवस्था नहीं होने पर खेती सही ढंग से नहीं हो पाती है. इसलिए केराकुरा गांव किसानों के द्वारा श्रमदान कर बोराबांध का निर्माण किया गया.
इस उपलब्धि पर मां भगवती महिला निगरानी समूह की महिलाओं के द्वारा बताया गया कि चतरा पंचायत के केराकुरा गांव में सिंचाई के अभाव के कारण किसानों को रबी फसल लगाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. केराकुरा गांव में सिंचाई कूप नहीं रहने के कारण यह समस्या उत्पन्न होती थी. लेकिन मां भगवती महिला निगरानी समूह की महिलाओं ने लोक कल्याण सेवा केन्द्र के जिला समन्वयक सोनु कुमार के साथ बैठक कर बोराबांध बनाने का निर्णय लिया और आज सबके परिश्रम का ही नतीजा है कि बोराबांध का निर्माण हो पाया है.
इस उपलब्धि के मौके पर समूह की महिलाओं में शोभा देवी, सुनैना देवी, ललित देवी, टीपनी देवी, मानती देवी, तुलुक देवी, करमु देवी, अनिता देवी, प्रमिला देवी, समेत समूह की सारी महिलाएं उपस्थित थी.