कर्मवीर,
रांची: झारखंड की राजनीति में आज एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला. झारखंड मुक्ति मोर्चा के जयप्रकाश पटेल, कुणाल सारंगी और कांग्रेस के विधायक सुखदेव भगत, मनोज यादव समेत राज्य के कई पूर्व वरीय अधिकारियों ने भाजपा का दामन थामा.
वहीं नौजवान संघर्ष मोर्चा के विधायक भानु प्रताप शाही तो खुद पार्टी में शामिल हुए ही अपनी पूरी पार्टी का भी विलय भाजपा में करा दिया.
इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनने वालों में राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा, पार्टी के विधान सभा उप चुनाव प्रभारी नंदकिशोर यादव, सांसद जयंत सिन्हा, विधायक मनीष जयसवाल और नवीन जायसवाल समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता बने.
मौका खास था इसलिए मुख्यमंत्री रघुवर दास का संबोधन भी होना लाजमी था. मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि जनता राष्ट्रवाद और विकास की राजनीति पसंद करती है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास कायम हो रहा है.
इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा और पार्टी के विधानसभा चुनाव प्रभारी नंदकिशोर यादव ने भी शामिल होने वाले नेताओं और पूर्व अधिकारियों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोकस पूर्वी भारत के विकास पर है.
इस लिहाज से झारखंड का अधिक विकास प्रधानमंत्री के एजेंडे में पहले नंबर पर है.
इस मौके पर सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में देश सशक्त हो रहा है. उन्होंने कहा कि कुशल नेतृत्व का ही नतीजा है कि भाजपा की मुख्यधारा से जुड़ कर लोग अपने आपको विकास का सहभागी बनने में गौरव महसूस कर रहे हैं.
भाजपा में शामिल हुए झामुमो और कांग्रेस के विधायकों में उत्साह नजर आया. जयप्रकाश पटेल और कुणाल सारंगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में अपनी आस्था व्यक्त की.
उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सामने सभी विपक्षी दल चुनावी मैदान से बाहर हो जाएंगे.
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधायक सुखदेव भगत और मनोज यादव ने भाजपा की सदस्यता लेने के बाद कहा कि राष्ट्रवाद और विकास वाद की मुख्यधारा से जुड़ कर वे अब जनहित के कार्यों से जुड़ेंगे.
मिलन समारोह के दौरान नौजवान संघर्ष मोर्चा के प्रमुख और विधायक भानु प्रताप शाही ने अपनी पार्टी का विलय भाजपा में करने की औपचारिक घोषणा की. उन्होंने कहा कि भाजपा से जुड़कर वह अपने विधानसभा क्षेत्र का और सही तरीके से विकास कर पाएंगे.
इस मौके पर राज्य के पूर्व डीजीपी डी के पांडे और पूर्व आईएएस सुचित्रा सिन्हा ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय को याद किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण को बल मिला है.
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इन कद्दावर चेहरों के भाजपा में शामिल होने से पार्टी को रणनीतिक मामलों में काफी बड़ी जीत मिली है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि 65 प्लस के नारे को जनता का कितना साथ मिलता है.