खूंटी: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार के स्थानीय कार्यालय एमएसएमई विकास संस्थान, रांची द्वारा विकास आयुक्त(हस्तशिल्प) का कार्यालय, रांची के संयुक्त तत्वाधान में गुरूवार को चौधरी मिलन पैलेस तोरपा रोड, खूंटी में एक दिवसीय हस्तशिल्प वस्तुओं के निर्यात, संवर्द्धन और विपणन पर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम का उद्देश्य झारखंड राज्य एवं स्थानीय उद्यमियों को भारत सरकार की हस्तशिल्प वस्तुओं के निर्यात को बढ़ावा देने और विपणन संबंधी नीतियों की विस्तृत जानकारी देना था.
कार्यक्रम में काफी संख्या में उद्यमियों ने हिस्सा लिया एवं जानकारी प्राप्त की.
उद्घाटन सत्र में एमएसएमई विकास संस्थान, रांची के सहायक निदेशक विद्यापति पात्र ने कार्यक्रम में कार्यक्रम के उद्देश्य पर ध्यान आकृष्ट करते हुए विशेष जानकारियां साझा की.
बी. जेना, सीनियर असिस्टेंट डायरेक्टर, रांची ने हस्तशिल्प वस्तुओं तथा अपने विभाग से संबंधित विभिन्न योजनाओं के विषय में विस्तृत जानकारी प्रदान की.
इसी क्रम में आनन्द मोहन मिश्रा, डीजीएफटी, कोलकाता ने पावर प्वांइट प्रजेंटेशन दिखाकर फॉरेन ट्रेड पॉलिसी एवं भारतीय वस्तुओं के निर्यात प्रक्रिया पर विस्तृत जानकारी प्रदान की.
इसी क्रम में बड़ाइक देवनारायण प्रोजेक्ट मैनेजर जिला उद्योग केंद्र, खूंटी व अभिनव राज ईओडीबी प्रबंधक द्वारा उपस्थित प्रतिभागियों को हस्तशिल्प वस्तुओं के निर्यात व इससे सम्बन्धित आवश्यक बिंदुओं पर जागरूक किया गया.
एमएसएमई विकास संस्थान, रांची के सहायक निदेशक गौरव ने हस्तशिल्प वस्तुओं के निर्यात संवर्द्धन के विषय में विस्तारपूर्वक बताया. उद्यमियों को उद्योग आधार पंजीकरण के बारे में भी बताया एवं कार्यालय की विभिन्न योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की.
कार्यक्रम की समाप्ति पर विद्यापति पात्र, सहायक निदेशक, एमएसएमई विकास संस्थान, रांची ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया.