चतरा: सरकार देश में नए परिवहन नियमों को सख्ती से लागू कर भले ही सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लाख प्रयास कर ले लेकिन वाहन चालकों की लापरवाही से दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है. अनियंत्रित स्पीड के चक्कर में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में लोग अपनी जान गवा रहे हैं.
चतरा शहर के व्यस्ततम इलाकों में से एक चतरा-गया मुख्य मार्ग एनएच 99 पर स्थित मोहल्ला इलाके में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में एक बच्चे की मौत हो गई. वहीं एक ही परिवार के 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.
घायलों को आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने उपचार के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए एक को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रिम्स रांची रेफर कर दिया.
दुर्घटना अनियंत्रित ऑटो के बिजली के खंभे में टकराने से हुई टेंपो की टक्कर के बाद बिजली का खंभा ऑटो पर ही टूट कर गिर गया. जिसमें दबने से बच्चे की मौत हुई.
वहीं उसके परिवार के अन्य सदस्य घायल हो गए. घटना के बाद स्थानीय लोगों ने मौके पर विभाग के विरूद्ध जमकर हंगामा किया और लापरवाही बरतते हुए लोगों की जान से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया.
जानकारी के अनुसार सदर थाना क्षेत्र के देवरिया पंचायत अंतर्गत बाबा घाट कैलाश नगर गांव के एक ही परिवार के 6 लोग ऑटो पर सवार होकर अपनी बेटी के लिए लड़का देखने हंटरगंज जा रहे थे.
इसी दौरान अत्यधिक स्पीड होने के कारण ऑटो चालक ने गाड़ी से नियंत्रण खो कर सड़क किनारे खड़े बिजली के खंभे में जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर इतना जोरदार था कि बिजली का खंभा टूट कर ऑटो पर ही गिर गया.
जिसमें मौके पर 2 साल के मासूम बच्चे महेश कुमार की दर्दनाक मौत हो गई. वहीं उसके परिवार के चैता भूमिया, लक्ष्मण भूमिया, मुकेश भारती समेत चार लोग घायल हो गए.
चिकित्सक मनीष लाल ने बताया कि घायलों में एक की स्थिति गंभीर है जिसे प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया है.
इधर सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दुर्घटनाग्रस्त ऑटो को अपने कब्जे में ले लिया है वहीं चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ऑटो चालक शराब के नशे में धुत था. नशे की हालत में ही उसने ऑटो से नियंत्रण खो दिया था जिससे दुर्घटना घटी.
इधर दुर्घटना की खबर सुनकर सदर अस्पताल में शहरवासियों की भीड़ जुट गई और घटना के विरूद्ध लोग हंगामा करने लगे जिसे पुलिस ने शांत कराया.