जम्मू-कश्मीर: केंद्र शासित प्रदेश बनने के एक दिन पहले राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. फिलहाल उनके इस्तीफे का कारण सार्वजनिक नहीं किया गया है. लेकिन बताया जाता है कि उन्हें उप-राज्यपाल न बनाए जाने का मलाल था, क्योंकि जम्मू कश्मीर या लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों में से किसी एक का उप-राज्यपाल बनाए की दौड़ में वे सबसे आगे थे.
जानकारी के लिए बता दें कि कल से प्रशासन की बागडोर नए लेफ्टिनेंट गवर्नर (एलजी) जीसी मुर्मू संभालेंगे. राज्य के वर्तमान राज्यपाल सत्यपाल मलिक को भी केंद्र ने नई पारी की शुरुआत करने के लिए गोवा का राज्यपाल नियुक्त कर दिया है. जम्मू कश्मीर का दायित्व एलजी जीसी मुर्मू और लद्दाख की बागडोर एलजी आर.के. माथुर को सौंपने के बाद वह गोवा रवाना हो जाएंगे. ऐसे में उनके द्वारा नियुक्त किए गए अन्य सलाहकार के.के. शर्मा, खुर्शीद अहमद गनई, के.सकंदन और फारूक खान भी अपने पदों से त्यागपत्र दे सकते हैं.
प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार के विजय कुमार आज अपने पद से इस्तीफा देने के बाद दिल्ली रवाना हो गए हैं. जंगलों में आतंकरोधी अभियान चलाने में माहिर तमिलनाडु कैडर के 1975 बैच के आईपीएस विजय कुमार ने ही विरप्पन को ढ़ेर किया था.
राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सलाहकार नियुक्त होने से पहले भी वह 1998-2001 के बीच घाटी में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. आईजी बीएसएफ के पद पर रहकर उन्होंने कश्मीर में कई आतंकवाद विरोधी अभियान का नेतृत्व किया था.
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाने की घोषणा के बाद के विजय कुमार के नाम की चर्चा बतौर एलजी नियुक्त किए जाने की भी हो रही थी.
सूत्रों का कहना है कि के विजय कुमार ने दिल्ली रवाना होने से पहले किसी से भी मुलाकात नहीं की. परंतु वह कल गुरुवार को लेफ्टिनेंट गवर्नर के शपथ समारोह में शामिल होने के लिए सुबह वापस आ जाएंगे. इसके प्रति भी आशंका है.