रांची: “सरदार पटेल का उनकी जयंती पर अभिवंदन करते हैं. भारत, सरदार पटेल की महत्वपूर्ण सेवा और उनके स्मारकीय योगदान को कभी नहीं भुला सकता है.” इन शब्दों के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी 142 वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की.
उन्होंने कहा कि वल्लभभाई पटेल को बेहतर प्रयोजनों का नेतृत्व करने के कारण सरदार की उपाधि से संबोधित किया गया था. हमारे महान राष्ट्र भारत के स्वतंत्रता संग्राम के शुरुआती वर्षों में सरदार पटेल ने दृढ़निश्चयी नेतृत्व का प्रदर्शन करके देश को आजाद कराने में काफी योगदान दिया था, जिसके कारण वास्तव में वह प्रशंसा और स्मरण करने योग्य हैं.
गिलुवा ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल अपने पीछे एकता और अखंडता की एक समृद्ध विरासत का निर्माण करके गए हैं. वल्लभभाई पटेल के कठिन परिश्रम और प्रयासों के फलस्वरूप सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कई छोटे और अक्सर विवादित रियासतों का एकीकरण करके प्रतिष्ठित भारतीय समाज का निर्माण करने में सफलता मिली है.
वर्ष 2014 से सरदार वल्लभभाई पटेल की जंयती, 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई जाती है. इस वर्ष विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाने के लिए देश के सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों से कहा. उन्होंने कहा कि सरदार पटेल द्वारा प्रदर्शित मार्ग पर चलकर देश के युवा राष्ट्रीय गौरव और एकता की समान भावना को आत्मीयता से अपनाएं.