खास बातें:-
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लोकसभा चुनाव में पार्टी को दुमका से कोई खास बढ़त नहीं दिला सकी थी
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पार्टी और संघ ने दुमका में झोंकी थी अलग से ताकत
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नगर पर्षद चुनाव में अपने मनपसंद उम्मीदवार अमिता रक्षित को दिलाया था टिकट, पर जीत नहीं दिला सकी
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दुमका से बीजेपी उतार सकती है नया चेहरा, गुंजन मरांडी विमल मरांडी,राजकुमार हांसदा,सोनी हेंब्रम और शर्मिला सोरेन है रेस में
रांचीः विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर कैबिनेट मंत्री लुईस मरांडी की भी सांसे अटकी हुई है. बीजेपी के सर्वे रिर्पोट के मुताबिक कल्याण मंत्री लुईस मरांडी की जगह दुमका से नये चेहरे को मैदान में उतारा जा सकता है. इसमें गुंजन मरांडी और शर्मिला सोरेन नाम आगे चल रहा है. गुंजन मरांडी पूर्व विधायक माधो मरांडी के पोते हैं और शर्मिला सोरेन झारखंड राज्य महिला आयोग की सदस्य हैं. इसके अलावा विमल मरांडी,राजकुमार हांसदा व सोनी हेंब्रम का नाम भी शामिल है.
लोकसभा चुनाव में बढ़त नहीं दिला सकी थी लुईस मरांडी
बीजेपी की सर्वे रिर्पोट में यह बात सामने आई है कि लुईस मरांडी लोकसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवार सुनील सोरेन को दुमका से ज्यादा बढ़त नहीं दिला पाई थी. इसके लिए पार्टी और संघ ने अपने स्तर से अतिरिक्त ताकत झोंकी थी, तब बीजेपी उम्मीदवार को दुमका विधानसभा क्षेत्र से लगभग 12 हजार की बढ़त मिली थी. रिर्पोट के मुताबिक दुमका लोकसभा सीट से डॉ लुईस मरांडी ने पूरी तैयारी कर रखी थी, लेकिन पार्टी ने सुनील सोरेन पर भरोसा जताया. सुनील सोरेन ने झामुमो सुप्रीमो को पटखनी भी थी.
क्यों कट सकता है लुईस मरांडी का टिकट
बीजेपी की सर्वे रिर्पोट के अनुसार लुईस मरांडी के मंत्री बनने के बावजूद क्षेत्र में उनका ग्राफ गिरा है. इस ग्राफ के गिरने में उनके करीबी का भी योगदान रहा है. रिर्पोट में वहां के जिला उपाध्यक्ष के करीबी होने की भी बात सामने आई है. इस पर पार्टी ने उन्हें आगाह भी किया था. लेकिन लुईस मरांडी ने इसे नजर अंदाज कर दिया.
नगर निकाय चुनाव परिणाम भी बन सकता है टिकट कटने का कारण
मंत्री लुईस मरांडी ने नगर निकाय चुनाव में अपने मन पसंद उम्मीदवार को टिकट दिलाया था. लेकिन मरांडी अपने मनपसंद उम्मीदवार को जीत नहीं दिला सकीं. उन्होंने कांग्रेस की अमिता रक्षित को सीधे बीजेपी में शामिल कराकर टिकट दिलाया था. लेकिन अमिता रक्षित निर्दलीय उम्मीदवार श्वेता झा से हार गईं. इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं में काफी नराजगी भी थी. सर्वे रिर्पोट में दुमका से शहरी और ग्रामीण वोटरों में भी लुईस मरांडी के प्रति प्रतिक्रिया सही नहीं होने की बात कही गई है.