रांची: झारखण्ड विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में गतिविधियां लगातार जारी है. पूर्वी सिंहभूम जिला के बहरागोड़ा विधानसभा सीट को लेकर नेताओं के पाला बदलने का दौर जारी है.
पहले जेएमएम के मौजूदा विधायक रहे कुणाल षाडंगी ने बीजेपी का दामन थामा लिया था. वहीं बीजेपी में अपना टिकट कटता देख समीर मोहंती ने आज मोराबादी स्थित शिबू सोरेन आवास पर झारखंड मुक्ति मोर्चा का दामन फिर से थाम लिया.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन की मौजूदगी में समीर मोहंती ने जेएमएम का दामन थाम लिया. उन्हें बहरागोड़ा से जेएमएम का प्रत्याशी बनाया जा सकता है.
जेएमएम में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि किसी कारण से उन्होंने पार्टी को छोड़ दिया था. लेकिन 14 साल के बाद फिर से उनकी घर वापसी हो गई है.
उन्होंने आगे कहा कि झारखंड का असली विकास झारखंड मुक्ति मोर्चा ही कर सकती है. झारखंड में सिर्फ गैस सिलेंडर देने से राज्य का विकास नहीं किया जा सकता.
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जहां सरकार एक ओर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात करती है.
वहीं दूसरी ओर आंगनबाड़ी सेविकाओं को मारा जाता है, पारा शिक्षकों के ऊपर लाठीचार्ज किया जाता है. अंग्रेज शासनकाल में भी इतनी खराब व्यवस्था नहीं थी जो आज है.
अगर सही मायने में झारखंड का विकास करना है तो वह झारखंड मुक्ति मोर्चा हीं कर सकती है. इसी कारण से मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हुआ हूं.
जेएमएम में शामिल होने से पहले समीर मोहंती ने बहरागोड़ा क्षेत्र में जनमत संग्रह कराया. इसके जरिये ये बताने की कोशिश हुई कि जनता के कहने पर वह जेएमएम जा रहे हैं.
इससे पहले भी वह आजसू और झारखंड विकास मोर्चा को छोड़ चुके हैं. समीर मोहंती ने अपनी राजनीतिक पारी का आगाज जेएमएम से ही किया था.
बहरागोड़ा क्षेत्र में उन्होंने जेएमएम को काफी मजबूत किया, लेकिन विद्युतवरण महतो के चलते टिकट नहीं मिलने पर समीर मोहंती ने जेएमएम छोड़ आजसू का दामन थाम लिया था.
जिसके बाद दो बार आजसू के टिकट पर यहां से चुनाव लड़े. लेकिन हार गये. बाद में पार्टी बदलते हुए उन्होंने झारखंड विकास मोर्चा का दामन थामा और वर्ष 2014 में 42 हजार मत लाकर बहरागोड़ा सीट पर सबको चौंका दिया.