इस साल छोटी दिवाली पर अयोध्या में साढ़े पांच लाख दीप जलाकर बड़े ही खूबसूरत अंदाज में त्योहार मनाया गया था. जिस तरह अयोध्या को दिवाली के अवसर पर दीपों से सजाया गया था. अब ठीक उसी तरह बनारस के घाटों और मंदिरों को सजाया जाएगा. हर साल की तरह इस साल भी दिवाली के 15वें दिन कार्तिक पूर्णिमा पर देव दिवाली मनाने की परम्परा बड़ी पुरानी है.
इस साल यह पर्व 12 नवंबर दिन मंगलवार को मनाया जाएगा. मान्यता है कि इस दिन त्रिपुरासुर दानव के मारे जाने पर देवताओं ने विजय दिवस मनाया था और दीप दान किए थे. इसी उपलक्ष्य में इस साल मनकामेश्वर घाट पर तीन लाख तो कुड़ियाघाट पर 5100 दीपक रोशन किए जाएंगे. इतना ही नहीं मां गोमती की महाआरती समेत कई आयोजन होंगे. इसके अलावा विभिन्न समाज अपनी-अपनी परंपरा अनुसार देव दीपावली पर अनुष्ठान करेंगे.
कुड़ियाघाट पर रोशन होंगे 5100 दीपक
मनकामेश्वर घाट पर इस साल तीन लाख दीपक रोशन करने का लक्ष्य रखा गया है. इतने ही दीपक देव दीपावली तक लोगों में बांटे भी जाएंगे. महंत देव्या गिरि ने बताया कि पंडित शिवानंद और पंडित शिव राम अवस्थी के आचार्यत्व में 11 मंचों से वाराणसी की तर्ज पर मां गोमती की महाआरती की जाएगी. महंत दिव्या गिरि ने सोमवार को मंदिर आने वाले भक्तों को 2500 दीये बांटे. वहीं मंगलवार को नेशनल कॉलेज और केंद्रीय विद्यालय जाकर बच्चों एक-एक हजार दीये बांटे. वहीं, चौक स्थित कुड़ियाघाट पर ऋद्धि गौड़ के संयोजन में 5100 दीप रोशन किए जाएंगे. दैनिक आरती पूजन के बाद आतिशबाजी भी होगी. सनातन महासभा की ओर से झूलेलाल घाट पर मां गोमती की महाआरती की जाएगी और कतकी मेला भी लगेगा.
तीर्थकर संभवनाथ का जन्म कल्याणक मनाएगा जैन समाज
जैन समाज कार्तिक पूर्णिमा पर संभवनाथ भगवान का जन्म कल्याणक मनाता है. इस साल डालीगंज जैन मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में इस अवसर पर पूजन अनुष्ठान होंगे. जैन धर्म प्रवर्द्धनी सभा के अध्यक्ष विनय कुमार जैन की अगुआई वहां शांतिधारा और मंगल आरती भी की जाएगी.