रांची: जनता दल यूनाइटेड ने विधानसभा की सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. विधानसभा चुनाव तैयारियों के सिलसिले में आज रांची में पार्टी की प्रदेश स्तरीय कार्यकारिणी की बैठक हुई. बैठक में बिहार सरकार के मंत्री और झारखंड के प्रभारी रामसेवक सिंह कुशवाहा और प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे.
कार्यकारिणी में निर्णय लिया गया कि झारखंड की सभी 81 विधानसभा सीटों पर जदयू अपना उम्मीदवार देगा और चुनाव लड़ेगा. कार्यकारिणी में वरिष्ठ नेताओं ने उन उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने के गुर भी सिखाए जो चुनाव लड़ना चाहते हैं. पार्टी का कहना है कि बिहार में नीतीश मॉडल सफल है. झारखंड में भी इस मॉडल को लागू करने की जरूरत है.
झारखंड प्रभारी रामसेवक सिंह कुशवाहा ने कहा कि पहले चरण के तहत जिन 13 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है उन सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा एक से दो दिन के अंदर कर दी जाएगी. चुनाव प्रचार के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी झारखंड आएंगे और चुनावी जनसभाओं को संबोधित करेंगे.
कुशवाहा ने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं. शराबबंदी और महिला सशक्तिकरण के मामले में बिहार देश के लिए एक आदर्श है. उन्होंने कहा कि झारखंड में उनके पार्टी बिहार मॉडल को लागू करने की पक्षधर रही है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सलखन मुर्मू ने भाजपा को एक और जहां सांप्रदायिक पार्टी करार दिया. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद को भ्रष्टाचारी पार्टी की संज्ञा दी.
उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता इन दोनों गठबंधन से ऊब चुकी है. राज्य की जनता को तीसरे विकल्प से काफी उम्मीदें हैं. यह तीसरा विकल्प जदयू है. एक और जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी किया. वहीं भाजपा की सरकार में झारखंड में स्कूलों को बंद करा कर जगह-जगह पर नए शराब की दुकानों को खोल दिया. झारखंड मुक्ति मोर्चा का फोकस चुनाव के दौरान शराब पर ही होता है.
सालखन मुर्मू ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार ने सुशासन, न्याय के साथ विकास, महिला सशक्तिकरण, शराबबंदी और जनकल्याणकारी योजनाओं पर बहुत ही अच्छा काम किया है. झारखंड में भी जदयू इन योजनाओं को लागू करने की पक्षधर रही है.
उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी को जदयू के साथ आना चाहिए. कई बार उन्हें जदयू के साथ आने का निमंत्रण दिया गया है. मीडिया के माध्यम से वे एक बार फिर से पुनः तीसरे विकल्प के लिए आमंत्रित करते हैं.