ब्यूरो चीफ,
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर जहां विपक्षी गंठबंधन की औपचारिक घोषणा कर दी गयी है. वहीं सत्तारूढ़ दल भाजपा ने अपने सहयोगियों को सीट देने पर किसी तरह का इशारा नहीं किया है.
झारखंड में लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ने आजसू पार्टी को गिरिडीह संसदीय सीट दिया था. विधानसभा चुनाव में आजसू पार्टी ने 22 सीटों की मांग रखी हुई है.
इस पर हमेशा विरोधाभासी बयान आते रहे हैं. कभी यह कहा गया कि आजसू को नौ सीटें ही मिल पायेंगी. वहीं आजसू ने भाजपा नेताओं के दिल्ली जाने के पहले अपनी लिस्ट भाजपा को सौंप दी है.
आजसू नेताओं का कहना है कि वे 19 से 22 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. भाजपा की तरफ से इसकी औपचारिक घोषणा अब तक नहीं की गयी है.
हालांकि भाजपा चुनाव समिति की बैठक में मुख्यमंत्री रघुवर दास, रांची के सांसद संजय सेठ और अन्य शामिल हुए हैं. पार्टी नेताओं की कल हुई बैठक में आजसू को कितनी सीटें देनी है.
इस पर चर्चा ही नहीं की गयी. अब आजसू पार्टी की तरफ से भाजपा के बुलावे का इंतजार किया जा रहा है. आजसू पार्टी को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलने के इंतजार में भी हैं.
क्या है आजसू के प्रस्ताव में
आजसू पार्टी के प्रस्ताव में कई बातें शामिल हैं. आजसू अध्यक्ष सुदेश महतो दो जगहों से टिकट चाहते हैं.
वहीं आजसू पार्टी के रामचंद्र सहिस जुगसलाई से, कमल किशोर भगत लोहरदगा से, उमाशंकर रजक चंदनकियारी से, राजकिशोर महतो टूंडी से प्रत्याशी बनना चाहते हैं.
रामगढ़ सीट से पूर्व मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी चुनाव लड़ना चाहती हैं. गोमिया से लंबोदर महतो चुनाव लड़ना चाह रहे हैं. इसके अलावा मांडू, चक्रधरपुर, सिल्ली, डुमरी, तमाड़, सीट को लेकर भी दावेदारी कर रहे हैं.